अवधेश नायक और राजकुमार धनौरा ने थामा कांग्रेस का दामन, अंजुम रहबर भी कांग्रेस से जुड़ीं





भोपाल, । इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक दलों में आयाराम-गयाराम का खेल शुरू हो गया है। इसी सिलसिले में रविवार को ग्वालियर-चंबल संभाग और बुंदेलखंड के कुछ भाजपा नेता कांग्रेस में शामिल हुए हैं। सागर के सुरखी से राजकुमार सिंह धनौरा और दतिया के अवधेश नायक ने रविवार दोपहर को राजधानी में कांग्रेस के प्रदेश मुख्‍यालय पर पहुंचकर इस पार्टी की सदस्‍यता ग्रहण की। दोनों नेता सैकड़ों गाड़ियों के काफिले के साथ भोपाल पहुंचे। उनके साथ बड़ी संख्या में समर्थकों ने भी कांग्रेस की सदस्यता ली। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने दोनों को समर्थकों के साथ पार्टी की सदस्यता दिलाई। इन दोनों के कांग्रेस में शामिल होने से गृहमंत्री नरोत्‍तम मिश्रा और राजस्‍व मंत्री गोविंद सिंह के गढ़ में भाजपा को गहरा झटका लगा है।


यहां पर यह बता दें कि अवधेश नायक मप्र पाठ्यपुस्‍तक निगम के उपाध्‍यक्ष रह चुके हैं। वहीं राजकुमार धनौरा की भी भाजपा में गोविंद सिंह राजपूत के आने के बाद उनसे कभी पटरी नहीं बैठी।


इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने कहा कि आज प्रदेश में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। कानून-व्यवस्था की स्थिति बदतर है। नौजवानों को काम नहीं मिल रहा है। हम किस तरह के मध्य प्रदेश का भविष्य चाहते हैं, यह सोचना है। आपने आज केवल कांग्रेस की सदस्यता नहीं ली है बल्कि प्रदेश के भविष्य को सुरक्षित रखने का संकल्प लिया है आज दतिया हो या फिर सुरखी, क्या हाल है या किसी से छुपा नहीं है। हम धार्मिक आयोजन करते हैं तो भाजपा के नेताओं के पेट में दर्द होता है। क्या उन्होंने धर्म का ठेका ले लिया है।


वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि प्रदेश के दतिया और सुरखी ऐसे विधानसभा क्षेत्र हैं, जहां आतंक का राज है। लोगों पर झूठे प्रकरण दर्ज करा कर प्रताड़ित किया जाता है। पूर्व मंत्री दर्जा प्राप्त दतिया के अवधेश नायक ने कहा कि हमें रोकने के लिए सत्ता और संगठन की ओर से काफी प्रयास हुए, लेकिन दतिया की आजादी के लिए हमने कांग्रेस के साथ आने का निर्णय लिया है। बिना शर्त कांग्रेस में आए हैं और यह विश्वास दिलाते हैं कि विधानसभा में कांग्रेस के जो विधायक पहुंचेंगे, उनमें सबसे बड़ी जीत के साथ दतिया से कांग्रेस विधायक पहुंचेगा। उन्होंने गृह मंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा पर झूठे प्रकरण दर्ज करवाकर भाजपा के ही कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया।


सागर सुरखी के राजकुमार सिंह धनौरा ने कहा कि संगठन में हमारी बात तक नहीं सुनी गई। गद्दार के कहने पर हमें पार्टी से निकाल दिया। कई झूठे प्रकरण दर्ज करवा दिए। संकट के समय में कमल नाथ और दिग्विजय सिंह ने साथ दिया। अब हम पूरी निष्ठा के साथ कांग्रेस के साथ हैं और सुरखी सहित बुंदेलखंड में भाजपा को हराने का काम करेंगे।


शायर अंजुम रहबर ने कमल नाथ की मौजूदगी में ली कांग्रेस की सदस्‍यता


उधर, गुना की मशहूर शायर अंजुम रहबर ने भी रविवार को 'आप' को छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया। कांग्रेस के प्रदेशाध्‍यक्ष व पूर्व मुख्‍यमंत्री कमल नाथ ने अंजुम रहबर को कांग्रेस की सदस्‍यता दिलाई। अंजुम रहबर ने इसी साल अप्रैल में 'आप' पार्टी ज्‍वाइन की थी। गौरतलब है कि अंजुम रहबर महशूर शायर हैं, जो अक्‍सर मुशायरों के मंच या गीत-गजल पर केंद्रित टीवी कार्यक्रमों में नजर आती रहती हैं। उन्‍होंने मशहूर शायर राहत इंदौरी से शादी की थी।

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