तीन राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों में SIR के बाद हटे एक करोड़ से ज्यादा मतदाता

 तीन राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों में SIR के बाद हटे एक करोड़ से ज्यादा मतदाता

तीन राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों की मंगलवार को प्रकाशित मतदाता सूची के मसौदे में 12.32 करोड़ मतदाताओं के नाम सामने आए हैं। यह सूची चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण के तहत प्रकाशित की गई है, जबकि 27 अक्टूबर को मतदाता सूची में 13.36 करोड़ लोग शामिल थे। 



चुनाव आयोग के अधिकारियों ने कहा कि मतदाता सूची के मसौदे में उन नए मतदाताओं के नाम भी शामिल हैं जिन्होंने मतदाता बनने के लिए फॉर्म 6 भरा था। पश्चिम बंगाल में 27 अक्टूबर तक 7.66 करोड़ मतदाताओं में से केवल 7.08 करोड़ मतदाताओं को ही मसौदा मतदाता सूची में शामिल किया गया था। इसमें सीधे तौर पर 58 लाख लोगों के नाम हटाए गए हैं। 


 चुनाव आयोग के अधिकारियों ने कहा कि जिन मतदाताओं ने जनगणना प्रपत्र वापस नहीं किए हैं, उन्हें एएसडी (अनुपस्थित, स्थानांतरित, मृत/दोहरा मतदाता) की अंतिम सूची में शामिल किया गया है। चुनाव आयोग ने बताया कि उनके नाम सूची से नहीं हटाए गए हैं और अगले साल फरवरी में अंतिम सूची प्रकाशित होने से पहले संबंधित निर्वाचन क्षेत्र के संबंधित चुनाव पंजीकरण अधिकारी इस संबंध में फैसला लेंगे।


राजस्थान में 5.48 करोड़ मतदाताओं में से 5.04 करोड़ मतदाताओं का नाम मतदाता सूची में दर्ज हो चुका है और 44 लाख मतदाताओं को एएसडी श्रेणी में शामिल किया गया है। गोवा में 11.85 लाख मतदाताओं में से 10.84 लाख को मतदाता सूची के मसौदे में शामिल किया गया है, जबकि अन्य 1.01 लाख एएसडी श्रेणी में हैं।


पुडुचेरी में 10.21 लाख मतदाताओं में से 9.18 लाख मतदाताओं का नाम मसौदा मतदाता सूची में दर्ज है, यानी 1.03 लाख की कमी आई है। 27 अक्टूबर तक लक्षद्वीप केंद्र शासित प्रदेश में 58,000 मतदाता थे और इनमें से 56,384 मतदाताओं के नाम मसौदा सूची में दर्ज किए गए हैं।


चुनाव आयोग ने 27 अक्टूबर को 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में एसआईआर (SIR) की घोषणा की थी, लेकिन बाद में विभिन्न राज्यों के लिए समयसीमा में संशोधन किया था। पिछले हफ्ते चुनाव आयोग ने सीईओ के अनुरोधों के बाद पांच राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में एसआईआर के लिए समय सीमा बढ़ा दी थी। 


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