लिट चौक के रूबरू कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री
लिट चौक के रूबरू कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव इंदौर में रविवार को गाँधी हाल में आयोजित मालवा के सांस्कृतिक कार्यक्रम लिट चौक टॉक शो में शामिल हुए। टॉक-शो में चर्चा का विषय था – “मोहन का धर्म : राजधर्म”। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने वरिष्ठ पत्रकार और एंकर अनंत विजय द्वारा कला, साहित्य, विकास, फिल्म आदि के बारे में पूछे गये सवालों का सिलसिलेवार उत्तर दिया। इस दौरान उपस्थित युवा जन मुख्यमंत्री की हाजिर जवाबी और विषय विशेषज्ञता के कायल हो गये। 'लिट चौक' के आयोजक निखिल दुबे और सु धरा पाण्डे ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव का स्वागत किया।
एंकर अनंत विजय ने सबसे पहला सवाल किया कि आपकी नजर में कुटुम्ब प्रबोधन क्या है? इस प्रश्न का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि संयुक्त परिवार भारतीय संस्कृति की मूल आत्मा है। संयुक्त परिवार में अमरता होती है। उन्होंने अपने परिवार का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए कहा कि संयुक्त परिवार में रहने से आपसी प्रेम, सहयोग और संस्कारों का विकास होता है। उन्होंने कहा कि प्रकृति के सभी जीव, पेड़-पौधे सभी संयुक्त परिवार ही हैं, जो एक-दूसरे के सहारे अपना जीवन यापन करते हैं। जिस प्रकार पेड़ हमसे कार्बन डाईऑक्साइड लेते हैं और हमें ऑक्सीजन देते हैं, उसी तरह प्रकृति में सभी एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। उन्होंने बताया कि संयुक्त परिवार में बड़ों से संस्कार, अनुभव और जीवन मूल्यों की सीख मिलती है। उन्होंने संयुक्त परिवार प्रणाली को समाज को जोड़ने वाली परंपरा बताते हुए इसे बनाए रखने का आह्वान किया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव और एंकर अनंत विजय के मध्य सवाल-जवाबों का सिलसिला लगातार चलता रहा। अनंत ने मुख्यमंत्री से अपने बेटे का विवाह सामूहिक सम्मेलन में करने, प्रदेश में सिनेमा नीति और रंगमंच को लेकर किये जा रहे कार्य, राजनीति में युवाओं की भूमिका, युवाओं में देशभक्ति की भावना, विकास में युवाओं से अपेक्षाएं जैसे कई विषयों पर सवाल किये। जिनके मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बेबाकी से जवाब दिये।
रोजगार मांगने वाले नहीं, देने वाले बनें युवा
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने युवाओं से आह्वान किया कि वे रोजगार मांगने वाले नहीं, देने वाले बनें। उन्होंने कहा कि युवा अपनी कर्मठता, क्षमता और बुद्धिमता के बल पर जिस क्षेत्र में भी आगे बढ़ना चाहते हैं, आगे बढ़े और प्रदेश के विकास में अपना योगदान दें। प्रदेश में औद्योगिक विकास युवाओं को नौकरी देने वाला युवा बनाने की दिशा में किया जा रहा है। प्रदेश सरकार हर कदम युवाओं के साथ है। उन्होंने कहा कि सरकार की नीति स्वरोजगार, उद्योग स्थापना के लिये सहयोगी हैं। शिक्षा वही जो भविष्य को संवारे, इसलिये नीति में कौशल ज्ञान को संवारने के सभी प्रबंध किये गये हैं, क्योंकि स्वाभिमान के साथ जीवन जीना सबका हक है।
राजनीति में युवाओं को आगे आने की जरूरत
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आज युवाओं से पूछने पर हर कोई कहता है कि वह डॉक्टर, इंजीनियर, कलेक्टर बनना चाहता है, परंतु कोई यह नहीं कहता कि वह राजनीति में आना चाहता है। देश को आजादी दिलाने में सबसे अधिक युवाओं ने ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने नेताजी सुभाषचन्द्र बोस का उदाहरण देते हुए बताया कि वे पहले युवा थे जिन्होंने आईएएस की परीक्षा प्रावीण्य सूची में उत्तीर्ण की थी। इसके बाद भी उन्होंने देशसेवा को चुना। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि राजनीति में युवाओं को आना पड़ेगा, तभी देश के लोकतंत्र को मजबूत और सुरक्षित रखा जा सकता है।
कोई भी कार्य आनंद और निडरता से करें
एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने युवाओं से कहा कि जो भी काम करें, उसे पूरी ईमानदारी और तन्मयता से करें, उस कार्य में डूब जायें। किसी भी काम को आनंद लेकर किया जाये तो निश्चित ही सफलता मिलती है। उन्होंने भगवान कृष्ण का उदाहरण देते हुए बताया कि किस तरह कृष्ण ने निडरता और आनंद के साथ कालिया नाग को परास्त किया था।
मित्र के लिये जीवन भर रखना चाहिये समान भाव
इस दौरान उन्होंने भगवान कृष्ण और सुदामा के मित्रता का भी अद्भुत उदाहरण बताकर युवाओं को मित्रता के प्रति प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि मित्र के लिये जीवन भर सम्मान भाव रखना चाहिये। जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं परंतु मित्र की हमेशा मदद करना चाहिये। उन्होंने कहा कि जिस तरह भगवान कृष्ण के लिये द्वारका, मथुरा का महत्व है, उसी तरह भगवान कृष्ण से संबंधित प्रदेश में स्थित समस्त स्थलों को कृष्ण पाथेय के नाम से तीर्थ स्थल के रूप में विकसित करने का कार्य प्रदेश सरकार द्वारा किया जा रहा है।
फिल्म निर्माताओं के लिए अनुकूल वातावरण तैयार करने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध
सिनेमा नीति पर पूछे गए सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि मध्यप्रदेश को फिल्म निर्माण का प्रमुख केंद्र बनाने के उद्देश्य से राज्य में सिनेमा नीति को प्रभावी रूप से लागू किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने बताया कि सिनेमा नीति के तहत फिल्म निर्माताओं को एकल खिड़की प्रणाली के माध्यम से शूटिंग की अनुमतियाँ सरल और समयबद्ध रूप से प्रदान की जा रही हैं। शूटिंग स्थलों पर प्रशासनिक सहयोग, सुरक्षा व्यवस्था एवं आवश्यक सुविधाएँ उपलब्ध कराई जा रही हैं, जिससे फिल्म निर्माण में किसी प्रकार की बाधा न आये। उन्होंने कहा कि सरकार फिल्म निर्माताओं के लिए अनुकूल वातावरण तैयार करने के लिए प्रतिबद्ध है और आने वाले समय में मध्यप्रदेश को देश के अग्रणी फिल्म निर्माण स्थलों में शामिल किया जाएगा।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी और सशक्त नेतृत्व में आज भारत ने वैश्विक स्तर पर उल्लेखनीय प्रगति की है। उन्होंने कहा कि देश की सुदृढ़ आर्थिक नीतियों, सतत सुधारों और समावेशी विकास के परिणामस्वरूप भारत आज विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित हो गया है। इस उपलब्धि के साथ भारत ने जापान जैसे विकसित देश को भी पीछे छोड़ दिया है, जो प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व का विषय है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सफलता प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश की बढ़ती वैश्विक प्रतिष्ठा, आत्मनिर्भर भारत के संकल्प और मजबूत शासन व्यवस्था का प्रत्यक्ष प्रमाण है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने युवाओं के आह्वान पर “यह देश है वीर जवानों का, अलबेलों का, मस्तानों का” गीत गाकर युवाओं को देशभक्ति के प्रति प्रेरित किया। कार्यक्रम में जनप्रतिनिधिगण और बड़ी संख्या में युवा मौजूद थे।

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