धर्म संसद 2025 में हिंदू योद्धाओं का होगा सम्मान, संत-महात्मा करेंगे राष्ट्रधर्म पर संवाद

 धर्म संसद 2025 : सनातन चेतना का महाकुंभ

हिंदू योद्धाओं का होगा सम्मान, संत-महात्मा करेंगे राष्ट्रधर्म पर संवाद

उज्जैन। महाकाल की पावन धरती उज्जैन में 7 दिसंबर 2025, रविवार को एक ऐतिहासिक और आध्यात्मिक आयोजन होने जा रहा है—धर्म संसद 2025। यह आयोजन केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि सनातन चेतना को पुनर्जीवित करने का संकल्प है। इंदौर से प्रकाशित कोदंड गर्जना के पांचवें स्थापना वर्ष की शुभ बेला पर आयोजित यह धर्म संसद, देशभर के संत-महात्माओं, ज्योतिषाचार्यों, विधि विशेषज्ञों और धर्म चिंतकों को एक ही छत्र के नीचे एकत्रित करेगी।



कोदंड गर्जना की प्रधान संपादक शीतल रॉय ने बताया कि आज के समय में सनातन धर्म और हिंदू राष्ट्र को लेकर अनेक प्रकार के भ्रांत विचार और भ्रम फैलाए जा रहे हैं, जिससे समाज असमंजस में है। ऐसे चुनौतीपूर्ण समय में आवश्यक है कि संत-महात्मा खुलकर संवाद करें और समाज को शाश्वत मार्गदर्शन प्रदान करें। इसी उद्देश्य से धर्म संसद का आयोजन किया जा रहा है, जहाँ हिंदू राष्ट्र की परिकल्पना और उसकी चुनौतियों पर गहन मंथन होगा।


धर्म संसद में चार सत्र होंगे—

पहला सत्र, दोपहर 2 बजे से धर्म विषय पर होगा, जिसमें संत और महात्मा अपने ओजस्वी विचार रखेंगे।

दूसरा सत्र, ज्योतिष विषय पर, जिसमें प्रतिष्ठित ज्योतिषाचार्य खगोल-गणना और धर्म के वैज्ञानिक स्वरूप पर प्रकाश डालेंगे।

तीसरा सत्र, भारत के संविधान और धर्म के संबंध पर केंद्रित होगा, जिसमें विधि विशेषज्ञ अपनी दृष्टि प्रस्तुत करेंगे।

चौथा सत्र, राजनीति और हिंदू राष्ट्र की नीति-परिकल्पना पर मंथन का रहेगा।


इस दिव्य अवसर पर सनातन संस्कृति के लिए समर्पित कई हिंदू योद्धाओं को “धर्म रक्षक अवॉर्ड” से सम्मानित किया जाएगा। ये वे व्यक्तित्व हैं जिन्होंने समाज सेवा, राष्ट्र सेवा, आध्यात्मिक जागरण और सांस्कृतिक संरक्षण में उल्लेखनीय योगदान दिया है।


धर्म संसद में प्रतिष्ठित आध्यात्मिक विभूतियों—बाल योगी संत उमेश नाथ जी महाराज, राज्यसभा सांसद आचार्य शेखर जी महाराज, महामंडलेश्वर शैलेशानंद गिरी जी महाराज, श्री श्री  1008 योगी पीर रामनाथ जी महाराज, महंत विशाल जी महाराज सहित देश के विख्यात ज्योतिष एवं विधि विशेषज्ञ और राजनीतिक चिंतक उपस्थित रहेंगे तथा अपनी ओजस्वी वाणी से वातावरण को धर्ममय बनाएंगे।


उज्जैन स्थित मध्यप्रदेश सामाजिक विज्ञान शोध संस्थान, प्रो. रामसखा गौतम मार्ग, भारतपुरी में आयोजित यह धर्म संसद, समाज को नई दिशा देने, समरसता का संदेश फैलाने और सनातन धर्म की विराट शक्ति को पुनर्स्थापित करने का प्रेरणादायी प्रयास है।


यह आयोजन न केवल आध्यात्मिक चिन्तन का अवसर है, बल्कि यह संकल्प का क्षण भी है—

कि सनातन धर्म केवल परंपरा नहीं, बल्कि राष्ट्र की आत्मा है;

और उसके संरक्षण के लिए हर जागृत हिंदू एक योद्धा है।



ओजस्वी वक्ताओं का होगा संगम, धर्म और राष्ट्र पर होगा गहन मंथन

धर्म संसद 2025 में इस वर्ष ऐसे संत, विद्वान और चिंतनशील मनीषी एकत्र हो रहे हैं, जिनकी वाणी केवल शब्द नहीं, बल्कि मार्गदर्शन है। उनकी उपस्थिति इस आयोजन को आध्यात्मिक तेज, वैचारिक गहराई और सांस्कृतिक ऊर्जा प्रदान करेगी।


ज्योतिष सत्र में देश के प्रतिष्ठित ज्योतिषाचार्य—

अजय शंकर व्यास,

डॉ. सर्वेश्वर शर्मा आचार्य  (साम्राट विक्रमादित्य विश्वविद्यालय, उज्जैन),

पंडित भारत लाल शास्त्री (जयपुर),

ज्योतिषाचार्य कपिल महाराज,

अरविंद तिवारी ज्योतिष आचार्य (भोपाल)—

आकाशीय गणनाओं, ज्योतिषीय संकेतों और समय चक्र की आध्यात्मिक व्याख्या पर अपने गंभीर व प्रेरणादायक विचार रखेंगे। उनकी दृष्टि धर्म संसद को ज्ञान के उस आयाम से जोड़ देगी, जहाँ विज्ञान और आध्यात्मिकता एक सूत्र में बंधते हैं।


विधि सत्र में

डॉ. पंकज वाधवानी,

दुर्गेश शर्मा (अधिवक्ता, हाई कोर्ट इंदौर),

पं. योगेश व्यास,

पं. सुरेंद्र चतुर्वेदी,

धर्म और संविधान के संतुलन, न्याय की मर्यादा और राष्ट्रधर्म के मूलभूत प्रश्नों पर उज्ज्वल दृष्टिकोण प्रस्तुत करेंगे। यह सत्र समाज को नए विचारों, मूल्यों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक करेगा।


राजनीति सत्र में

प्रदीप भंडारी (राष्ट्रीय प्रवक्ता, भाजपा),

जीतू जिराती वरिष्ठ नेता भाजपा 

पं. योगेंद्र महंत (राष्ट्रीय अध्यक्ष, विश्व ब्राह्मण समाज संघ),

मनोज परमार (राष्ट्रीय अध्यक्ष, अखिल भारतीय बलाई महासंघ),

विक्रांत शांडिल्य (वरिष्ठ पत्रकार, नागपुर)—

राष्ट्र की नीतिगत चुनौतियों, सामाजिक समरसता और हिंदू समाज की भूमिका पर ओजपूर्ण संवाद करेंगे। उनके विचार जनमानस में नई ऊर्जा का संचार करेंगे और राष्ट्रधर्म की दिशा को स्पष्ट करेंगे।



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धर्म रक्षक सम्मान : सेवा की मान्यता, समर्पण का उत्सव

इस पावन दिवस पर सनातन संस्कृति की सेवा में समर्पित उन कर्मयोगियों को धर्म रक्षक अवॉर्ड से सम्मानित किया जाएगा, जिन्होंने निस्वार्थ भाव से समाज और धर्म के लिए अपना जीवन समर्पित किया है। सम्मानित होने वाले दिव्य योद्धा हैं—

– डॉ आयुषी उदय सिंह देशमुख, अध्यक्ष, सूर्योदय ट्रस्ट इंदौर

– अलका सोनकर, अधीक्षक, सेंट्रल जेल इंदौर

– विनीत शर्मा, बिजनेस हेड, ओमेक्स ग्रुप इंदौर

– राजेश राय, अधिवक्ता इंदौर

– डॉ. अलका झा, सामाजिक कार्यकर्ता, इंदौर

– राधेश्याम यादव, सामाजिक कार्यकर्ता, खरगोन

– दर्शन सिंह देवड़ा, सामाजिक कार्यकर्ता, उज्जैन

– सोनू गेहलोद, सामाजिक कार्यकर्ता, उज्जैन

– रितेश माहेश्वरी, सामाजिक कार्यकर्ता, उज्जैन


इन सभी का जीवन, समर्पण और कर्म—धर्म की अखंड ज्योति को आगे बढ़ाने वाले दीपस्तंभ हैं।



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धर्म संसद 2025 केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक संगम है 

जहाँ ज्ञान मिलेगा, दिशा मिलेगी, और समाज को मिलेगा वह प्रकाश

जो जन-जन में सनातन चेतना को पुनः प्रज्वलित करेगा।

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