20 साल बाद भारत को मिली कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी
20 साल बाद भारत को मिली कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी
भारत 20 साल के बाद कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी करेगा। स्कॉटलैंड के ग्लासगो में आयोजित कॉमनवेल्थ स्पोर्ट्स जनरल असेंबली में अहमदाबाद शहर को कॉमनवेल्थ गेम्स 2030 के आयोजन को मंजूरी मिली। CWG 2030 की बोली में भारत का मुकाबला नाइजीरिया के अबुजा से था, लेकिन कॉमनवेल्थ स्पोर्ट ने अफ्रीकी देश को 2034 एडिशन के लिए विचार में रखने का फैसला किया। आपको बता दें कि भारत ने पिछली बार 2010 में दिल्ली में इन खेलों की मेजबानी की थी। तब भारतीय खिलाड़ियों ने 38 गोल्ड समेत कुल 101 मेडल जीते थे।
कॉमनवेल्थ स्पोर्ट के अध्यक्ष डॉ. डोनाल्ड रुकारे ने कहा, यह कॉमनवेल्थ गेम्स के नए सुनहरे दौर की शुरुआत है। भारत व्यापकता, युवा ऊर्जा, महत्वाकांक्षा, समृद्ध संस्कृति, अपार खेल जुनून और प्रासंगिकता लेकर आता है। मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि 2034 गेम्स और उससे आगे की मेजबानी को लेकर कई देशों की रुचि है।"
ओलंपिक की दावेदारी होगी मजबूत
अहमदाबाद को कॉमनवेल्थ गेम्स 2030 की मंजूरी मिलने के बाद भारत की ओलंपिक गेम्स 2036 की मेजबानी की दावेदारी मजबूत होगी। भारत ओलंपिक गेम्स 2036 की तैयारी में जुटा हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से इसका ऐलान किया था। भारत ने पिछले साल नवंबर में ओलंपिक गेम्स 2036 की मेजबानी हासिल करने के लिए दावेदारी पेश की थी।
कॉमनवेल्थ गेम्स का इतिहास
कॉमनवेल्थ गेम्स एक मल्टी स्पोर्ट्स अंतरराष्ट्रीय आयोजन है। इसमें ब्रिटिश शासन के अधीन रह चुके देशों के खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं। इसमें 54 सदस्य देश है। इस गेम्स की शुरुआत 1930 में कनाडा के हैमिल्टन शहर में हुई थी। इसे पहले ब्रिटिश एम्पायर गेम्स कहा जाता था, जिसका नाम 1978 में बदलकर कॉमनवेल्थ गेम्स किया गया। अहम बात यह है कि 2030 में कॉमनवेल्थ गेम्स के 100 साल पूरे होंगे।

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