विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने निवेश सहित सभी महत्वपूर्ण आर्थिक निर्णयों को राष्ट्रीय सुरक्षा के नजरिए से देखे जाने की आवश्यकता पर बल दिया
विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने निवेश सहित सभी महत्वपूर्ण आर्थिक निर्णयों को राष्ट्रीय सुरक्षा के नजरिए से देखे जाने की आवश्यकता पर बल दिया
विदेश मंत्री डॉक्टर सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने निवेश सहित सभी महत्वपूर्ण आर्थिक निर्णयों को राष्ट्रीय सुरक्षा के नज़रिए से देखे जाने की आवश्यकता पर बल दिया है। नई दिल्ली में भारतीय उद्योग परिसंघ सीआईआई साझेदारी सम्मेलन 2024 को संबोधित करते हुए डॉक्टर जयशंकर ने कहा कि यदि हम शस्त्रीकरण के युग में नहीं हैं तो तेजी से लाभ उठाने के युग में हैं। इसलिए नीति निर्माताओं को निवेश सहित सभी आर्थिक निर्णय राष्ट्रीय सुरक्षा हितों के नज़रिए से लेने होंगे।
उन्होंने कहा कि व्यापार में सतर्कता बरती जानी चाहिए क्योंकि विश्व में वाणिज्य और आपूर्ति श्रृंखला की प्रकृति ऐसी है जिसमें परंपरागत सावधानियां हमेशा पर्याप्त नहीं होतीं। डॉक्टर जयशंकर ने कहा कि यह प्रवृत्ति पूरे विश्व में है और यदि हम इसे नजरअंदाज करेंगे तो यह हमारे लिए ही खतरनाक होगा। उन्होंने विकास सुनिश्चित करने के लिए विश्वसनीय साझेदारों के सहयोग से काम करने का सुझाव दिया। उन्होंने यह भी कहा कि इन कदमों का उद्देश्य भारत में अधिक आर्थिक अवसरों का सृजन करना है। विदेश मंत्री ने यह टिप्पणी चीन की आक्रामक व्यापार शैली के प्रति बढ़ती वैश्विक चिंता के बीच की है।
अमरीका में राष्ट्रपति के रूप में डोनल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल और भारत पर उसके असर के संबंध में डॉक्टर जयशंकर ने जोर देकर कहा कि अमरीका के साथ भारत का रणनीतिक मेलजोल समय के साथ और गहरा हुआ है जिससे सहयोग के अधिक अवसर उपलब्ध हुए हैं।
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