पिपरिया से ही अग्रवाल को मिल रही चुनौती,रिपीट होने में करनी पड़ेगी कड़ी मशक़्क़त!
पिपरिया।इन दिनो भारतीय जनता पार्टी में चुनावी प्रक्रिया चल रही है।पहले बूथ व मंडल अध्यक्ष के चुनाव हुए तो वही अब ज़िला अध्यक्ष चुनाव को लेकर पार्टी के अंदर लॉबिंग चालू हो गई है।नर्मदापुरम ज़िले के लिए कल रायशुमारी होना है।इसके लिए पर्यवेक्षक भी नियुक्त हो गए है।रायशुमारी में वर्तमान सांसद-विधायक पूर्व विधायक,पूर्व ज़िला अध्यक्ष सहित मंडल से गए प्रतिनिधि सहित मंडल अध्यक्षों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।वर्तमान ज़िला अध्यक्ष माधव अग्रवाल को उनके गृह नगर से ही कड़ी टक्कर मिल रही है।जब से भाजपा नेताओ को पता चला है कि 4 साल के कार्यकाल हो चुके ज़िला अध्यक्षों को रिपीट नहीं किया जा रहा है।तब से ही पिपरिया विधानसभा से भी कई दावेदार ज़िला अध्यक्ष बनने के लिए अपनी ताल ठोंक रहे है।पिपरिया से विधायक गुट से राकेश पालीवाल,ममता नागवंशी जन्हा ज़िला अध्यक्ष के लिए दावेदारी कर रही है तो वही भाजपा के वरिष्ठ नेता गिरधर मल्ल भी कह रहे है की मैं कई दशकों से पार्टी में काम कर रहा हूँ इस बार मेरे को मौक़ा दिया जाना चाहिए।सही मल्ल और पालीवाल का कहना है की वह ज़िले में परिवर्तन की लहर चला रहे है क्योंकि वर्तमान ज़िला अध्यक्ष ने माधव अग्रवाल ने बहुत मनमानी से संगठन चलाया है।जिसके चलते ना तो वरिष्ठ नेताओ को सम्मान मिल पाया और न ही ज़मीनी नेताओ को तवज्जो मिल सकी है।इसी तरह पिछड़ा वर्ग से आने वाले पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष राजीव जायसवाल भी ज़िला अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी कर रहे है।ज्ञात हो कि राजीव जायसवाल सीधे चुनाव में कई हजार मतो से नगर पालिका का चुनाव जीत चुके है।पिपरिया की राजनीति में उन्हें विधायक ठाकुरदास नागवंशी का विरोधी बताया जाता है।ग़ौरतलब है की पिपरिया से ही कई उम्मीदवार होने के कारण अब माधव अग्रवाल को रिपीट होने में बहुत कड़ी मशक़्क़त करनी पड़ रही है।अग्रवाल भाजपा प्रदेश अध्यक्ष VD शर्मा व संगठन मंत्री हितानंद शर्मा के काफ़ी करीबी है।इनके वर्तमान कार्यकाल में कई बार इनको हटाने की स्थिति बनी थी।परंतु इन दोनों नेताओ के आशीर्वाद से इनको कई बार अभयदान मिला चुका है।वही सूत्र बताते है की इस बार इनका रिपीट होना बहुत मुश्किल भरा लग रहा है।वही पिपरिया विधायक ठाकुरदास नागवंशी ऐसे अकेले विधायक है जो अग्रवाल के पक्ष में दिख रहे है।जबकि ज़िले के अन्य तीनो विधायक,सांसद,पूर्व विधायक उनका विरोध कर रहे है।
-दिल्ली तक हुई शिकायत-
संगठन चुनाव पर्व आते ही पिपरिया सहित ज़िले के कई कार्यकर्ता अग्रवाल का भरसक विरोध कर रहे है।पिछले दिनो एक कार्यकर्ता मंडल ने दिल्ली पहुँच कर ज़िला अध्यक्ष पद में परिवर्तन की माँग की है।सूत्रों के अनुसार ज़िला पंचायत चुनाव में पार्टी को शिकस्त दिलाने वाले नेता भी इसमें शामिल रहे।इनका कहना था की कार्यकर्ताओं के आत्म सम्मान के लिए अग्रवाल को हटाया जाये।
-पिपरिया के कार्यकर्ताओं ने लिखी थी चिट्टी-
क़रीब दो वर्ष पहले भी पिपरिया मंडल के कई कार्यकर्ताओ ने भाजपा ज़िला अध्यक्ष माधव अग्रवाल के व्यवहार को लेकर कड़े शब्दों में एक चिट्ठी भी लिखी थी।जिसमें कार्यकर्ताओं के साथ उनके दुर्व्यवहार की शिकायत की थी।परंतु उनके सिर पर संघ के बड़े नेता का हाथ होने के चलते कोई कार्यवाही नहीं की गई।इसके उलट पिपरिया ग्रामीण मंडल अध्यक्ष खूबचन्द्र रघुवंशी को ही हटा दिया गया।वही रघुवंशी के साथियों को भी संगठन स्तर पर प्रताड़ित किया गया।इन सभी कारणों के चलते अग्रवाल के रिपीट होने में काफ़ी दिक़्क़तो का सामना करना पड़ सकता है।
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