विधायक के करीबी भाजपा नेता ने मंडल चुनाव प्रक्रिया पर जताई नाराज़गी!

 


पिपरिया।भारतीय जनता पार्टी में इन दिनों मंडल अध्यक्ष चुनाव प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।पिपरिया विधानसभा में चुनाव प्रक्रिया को मनमाने तरीक़े से लागू करने पर कार्यकर्ताओं के बीच लगातार असंतोष की भावना पनप रही है।मंडल अध्यक्ष चुनाव में तय कार्यक्रम स्थल पर किसी भी पदाधिकारी और पार्टी के वरिष्ठजनो को सूचना नहीं देने का मामला अब गर्मा गया है।बुधवार को भारतीय जनता पार्टी नेता एवं विधायक ठाकुरदास नागवंशी के करीबी माने जाने वाले राकेश पालीवाल ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट करके हड़कंप मचा दिया।पालीवाल ने लिखा की मंडल अध्यक्ष चुनाव प्रक्रिया कार्यक्रम में पिपरिया के वरिष्ठ भाजपा नेताओ को सूचना क्यों नहीं दी गई।पिपरिया विधानसभा में अलग-अलग नियम क्यों चलाये जा रहे है।पालीवाल का इस तरह से खुलेआम विरोध करना आम कार्यकर्ताओं की समझ से परे नज़र आ रहा है क्योंकि राकेश पालीवाल को विधायक ठाकुरदास नागवंशी गुट का माना जाता है।ऐसे में विधायक के वीटो से ही पिपरिया के तीनो मंडल अध्यक्ष रिपीट हो रहे है।वही पार्टी के अंदरखानो से ख़बर मिल रही है की राकेश भी बहुत दिनों से नगर मंडल अध्यक्ष की तैयारी कर रहे थे।परंतु उनको बढ़ती उम्र का हवाला दे कर शांत करा दिया गया जबकि बाद में संगठन ने 10 साल की छूट दे दी थी।परंतु इसके बाद भी पालीवाल को मौक़ा नहीं दिया गया।जिसके चलते पालीवाल बहुत नाराज है।

-अब ज़िला अध्यक्ष की दावेदारी-

राकेश पालीवाल ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट के जवाब में लिखा है कि मैं तो ज़िला अध्यक्ष का दावेदार हूँ।वही पालीवाल की इस पूरी पोस्ट से विधायक ख़ेमे में भी हड़कंप है।विधायक विरोधी नेताओ का कहना है की विधायक ख़ेमे में ही मंडल अध्यक्ष को लेकर एक राय नहीं है।वही सूत्र बताते है की विधायक नागवंशी भाजपा ज़िला अध्यक्ष चुनाव में वर्तमान ज़िला अध्यक्ष माधव अग्रवाल का खुला समर्थन कर रहे है इसके बदले अग्रवाल ने भी पिपरिया के तीनो मंडल में नागवंशी के अनुसार ही अध्यक्ष बनाने का वादा किया है।परंतु मंडल अध्यक्ष चुनाव प्रक्रिया को विवादित बनाने का ख़ामियाज़ा अग्रवाल को भुगताना पड़ सकता है।

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