नर्मदापुरम भाजपा-:मंडल अध्यक्ष चुनाव में पार्टी ने अपनाएँ दो विधान!
पिपरिया।देश में एक विधान एक निशान की बात करने वाली भारतीय जनता पार्टी के संगठन चुनाव में ही दो विधान अपनाये जा रहे है।यह बात हम नहीं पार्टी के आम कार्यकर्ता तक सोशल मीडिया पर कह रहे है।पार्टी में इन दिनों मंडल अध्यक्ष के चुनाव चल रहे है।इन चुनावों में कई मंडलों में तो दावेदारो सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को बुलाया जा रहा है।परंतु कई जगह सत्ता के दवाब में मंडल अध्यक्ष उम्मीदवारों एवं वरिष्ठजनो को तक नहीं बुलाया गया है।पिपरिया विधानसभा में आयोजित मंडल अध्यक्ष चुनावो में दावेदारो को तो छोड़ो पार्टी के वरिष्ठ नेताओ तक को निर्वाचन बैठक की जानकारी तक पर्यवेक्षको-प्रभारियों ने नहीं दी।ज़िले के दूसरे मंडलों में अलग तरह के नियम अपनाये गये है।इटारसी मंडल अध्यक्ष चुनाव प्रभारी एवं पूर्व भजपा ज़िला अध्यक्ष सम्पत मूँदडा ने बताया की इटारसी में तो सभी बूथ अध्यक्षों को घोडे पर बैठा कर सम्मान किया गया।इसके साथ ही पार्टी ने निर्देश दिए थे की यदि मंडल अध्यक्ष चुनाव लड़ने वाले दावेदार चाहे तो उनका भाषण करवाया जाए।वही बूथ अध्यक्षों से अधिकृत पर्ची पर नाम लिए जाए और यदि पार्टी के वरिष्ठ नेता या कार्यकर्ता उपस्थित है तो उनसे सादी पर्ची पर नाम लिए जाए इन नाम पर्ची को भी बूथ अध्यक्ष की थैली में ही डलवाया जाए।परंतु पिपरिया में इस तरह की किसी भी प्रक्रिया को अपनाया ही नहीं गया।पिपरिया में तो वरिष्ठो को तो छोड़िये यंहा तो उम्मीदवारों को तक को सत्ता के दबाव में सूचना नहीं दी गई है।सूत्र बताते है की पिपरिया में जानबूझकर मंडल अध्यक्ष चुनाव प्रक्रिया को विवादित करवाया जा रहा है।जिससे वर्तमान ज़िला अध्यक्ष माधव अग्रवाल की छवि को धूमिल किया जा सके।क्योंकि पिपरिया अग्रवाल की गृह विधानसभा है।ऐसे में इस तरह के विवाद उनकी संगठन कार्यशैली पर सवालिया निशान लगा रहे हैं।जो की उनके दूसरे कार्यकाल में बाधा बनेंगे।
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