नर्मदापुरम भाजपा:-घर का जोगी जोगिया और आन गाँव का सिद्ध !


पिपरिया।नर्मदापुरम भाजपा में इन दिनो संगठन की मूल भावना के विपरीत निजी ख़ुन्नस एवं मनमर्ज़ी का काम देखने को मिल रहा है।ज़िला भाजपा संगठन में “घर का जोगी जोगिया और आन गाँव का सिद्ध” वाली कहवात चरितार्थ होती दिखाई दे रही है।दरअसल पिपरिया विधान सभा के अंर्तगत संगठन के चुनावों में होशंगाबाद की पूर्व विधायक सविता दीवान शर्मा को बूथ कमेटियों के चुनाव संपन्न कराने के लिए बनखेडी का प्रभारी बना कर ग्राम-ग्राम भेजा जा रहा है।पिछले साल विधानसभा चुनाव में कांग्रेस छोड़ भाजपा की सदस्यता लेने वाली सविता पर ज़िला संगठन मेहरबान दिख रहा है तो वही पिपरिया के पूर्व विधायक हरिशंकर जायसवाल को पार्टी की सामान्य बैठको तक में नहीं बुलाया जा रहा है।पिछले दिनो बमुश्किल हरि जायसवाल को पार्टी की सक्रिय सदस्यता देते हुए नीचा दिखाने का भरपूर प्रयास किया गया।पार्टी को कई वर्षों से बहुत नज़दीक से देखने वाले राजनीतिक जानकारो की माने तो हरिशंकर जायसवाल पर विधानसभा चुनाव में पार्टी प्रत्याशी ठाकुरदास नागवंशी का विरोध करने का आरोप है।ख़ुद नागवंशी ने इस बात की शिकायत प्रदेश भाजपा नेतृत्व से की थी।भाजपा ज़िला अध्यक्ष माधव अग्रवाल को पार्टी में नागवंशी-नागपाल गुट का माना जाता है।यही कारण है की माधव अग्रवाल भी हरिशंकर जायसवाल का हर मोर्चे पर विरोध करते नज़र आते है।पार्टी के ज़मीनी कार्यकर्ताओं के अनुसार पार्टी प्रत्याशी का विरोध करने वालों पर समान कार्यवाही होनी चाहिए।कार्यकर्ताओं का कहना है लगभग 1 दशक पहले नगर पालिका अध्यक्ष चुनाव में पार्टी प्रत्याशी सोनिका कटकवार का तो कई नेताओ ने खुल कर विरोध किया था।चुनाव हारने के बाद कटकवार ने तो ऐसे नेताओ की नामज़द शिकायत भी प्रदेश भाजपा से करते हुए प्रेस कॉन्फ़्रेंस तक की थी।परंतु ऐसे नेताओ पर कोई कार्यवाही ना कर इसके उलट पार्टी ने उनको उच्च पदो से नवाज़ दिया।वही दूसरी ओर पिपरिया के पूर्व विधायक हरिशंकर जायसवाल को अभी भी विरोध के नाम पर साईड लाइन किया जाता है।

No comments

Powered by Blogger.