राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने रांची के नामकुम में राष्ट्रीय द्वितीयक कृषि संस्थान के शताब्दी समारोह का किया उद्घाटन

 राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने रांची के नामकुम में राष्ट्रीय द्वितीयक कृषि संस्थान के शताब्दी समारोह का किया उद्घाटन

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज रांची के नामकुम में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद – आईसीएआर और राष्ट्रीय द्वितीयक कृषि संस्थान (एनआईएसए)के शताब्दी समारोह को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आईसीएआर और एनआईएसए ने देश में लाख कीट का उत्पादन हासिल करने में महत्वपूर्ण योगदान किया है।

इस संस्थान ने कृषि संबंधी अनुसंधान और विकास कार्य का न केवल कुशल संचालन किया है बल्कि इस प्रकार के अनुसंधानों की पहुंच जमीनी स्तर तक भी सुनिश्चित की है।


राष्ट्रपति ने कहा कि झारखंड देश का लगभग 55 प्रतिशत लाख उत्पादन करता है। राष्ट्रपति ने किसानों की आय बढ़ाने के लिए उद्योग आधारित कृषि को बढ़ावा देने पर बल दिया। राष्ट्रपति मुर्मु ने द्वितीयक कृषि को लेकर किसानों को जागरूख करने के प्रति वैज्ञानिकों को सलाह दी।

उन्होंने कहा कि आईसीएआर इस मामले में प्रभावी भूमिका निभा सकता है। राष्ट्रपति ने किसानों के लिए प्रसंस्करण इकाई के प्रशिक्षण के बाद किसानों की आय बढ़ाई जाएगी। राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि किसानों द्वारा कचरे का उपयोग करने से भी उनकी वित्तीय स्थिति को मजबूत करने में मदद मिलेगी।

इस अवसर पर राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार, केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री तथा ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान, रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ तथा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी अपने विचार व्यक्त किये।

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