क्या भाजपा से दूरी बना रहे है व्यापारी!



पिपरिया।भारतीय जनता पार्टी के सर्वोच्तम नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब पिपरिया में लोकसभा चुनाव का प्रचार करने आए थे।तब रैली स्थल पर VVIP-VIP गैलरी में पिपरिया के व्यापारियों का सपरिवार क़ब्ज़ा था।अपने चहेते इन व्यापारियों को भाजपा संगठन ने जम कर पास बाँटे थे।भाजपा ज़िला संगठन अपना व्यापारी प्रेम समय-समय पर ज़ाहिर करता रहता है।परंतु इन दिनो पिपरिया के उद्योगपति-व्यापारी भाजपा से कन्नी काटते हुए दिखाई दे रहे है।सरकार-संगठन के कई महत्वपूर्ण कार्यक्रमो में अब यह व्यापारी-उद्योगपति भाग नहीं ले रहे है।पिछले दिनो भारतीय जनता पार्टी ने एक पेड़ माँ के नाम व घर-घर तिरंगा अभियान चलाया इस जिसमें व्यापारियों का कोई योगदान नहीं रहा।वही वर्तमान में भाजपा के सदस्यता अभियान में भी व्यापारी कोई रुचि नहीं दिखा रहे है।आख़िर ऐसा क्या हो गया है की सरकार और संगठन के सबसे अजीज माने जाने वाले व्यापारी अब पार्टी कार्यक्रमों से दूरी बना रहे है।

-आम कार्यकर्ता भी नाराज़-

भारतीय जनता पार्टी के महा सदस्यता अभियान में आम कार्यकर्ताओं पार्टी पदाधिकारियों को सदस्य बनाने का टार्गेट दिया जा रहा है।इसे लेकर रोज़ाना बैठक हो रही है।ज़िला व प्रदेश कार्यालय से टेलीफ़ोनिक मॉनिटरिंग भी की जा रही है।इसे लेकर भाजपा कार्यकर्ताओ में खासी नाराज़गी दिखाई दे रही है।कार्यकर्ताओं का कहना है की अब संगठन को कार्यकर्ताओं की याद आ रही है।घर बुला कर हमे सदस्य बनाने को कहा जा रहा है।अब कंहा है वह व्यापारी मित्र जो मोदी जी की सभा में सबसे आगे बैठे थे।उस समय तो हम लोगो ने धूप में खड़े हो कर अपने नेताओ के भाषण सुनें थे।परंतु अब ज़मीन पर काम करने के लिए हमारी ही याद आई।कार्यकर्ताओं का कहना है की संगठन के जो नेता हमारा फ़ोन तक नहीं उठाते थे।मिलने के लिए घंटों इंतज़ार करवाया करते थे।वह अब फ़ोन कर हमारी ख़ैरियत भी पूछ रहे है और सदस्य बनाने का भी आग्रह कर रहे है।कार्यकर्ताओं का कहना है की अभी भी समय है यदि संगठन मूल कार्यकर्ताओं की क़ीमत समझे तो सभी ज़मीनी कार्यकर्ताओं को सम्मान मिल सकता है।

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