क्या पिपरिया के उद्योगपति भाजपा से नाराज़ है !



पिपरिया।पिपरिया विधानसभा में कुछ साल पहले अचानक भारतीय जनता पार्टी का दुपट्टा अपने गले में ओढ़ सैंकड़ों व्यापारियों-उद्योगपतियो ने पार्टी की सदस्यता ले कर पार्टी के लिए काम करना शुरू कर दिया था।अचानक उस समय इतनी बड़ी संख्या में उद्योगपतियों का भाजपा की रीति-नीति में रुचि दिखाना पार्टी के ज़मीनी कार्यकर्ताओं को भी खटका था।इन उद्योगपतियों में से अधिकांश ने 2018 और 2023 के विधान सभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी ठाकुरदास नागवंशी का तन-मन और धन से भी साथ दिया था।परंतु ना जाने क्यों पिछले कई दिनो से इन उद्योगपतियो और व्यापारियों का भाजपा से मोह भंग सा होता दिखाई दे रहा है।दरअसल भाजपा इन दिनो सरकारी सहयोग से एक पेड़ माँ के नाम महाअभियान प्रदेश भर में चला रही है।इस अभियान की तारीफ़ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक कर चुके है।परंतु बावजूद इसके पिपरिया विधानसभा में भाजपा अपने व्यापारिक-उद्योगपति मित्रों को अभियान से जोड़ नहीं पा रही है।जबकि इन उद्योगपतियो के कार्यस्थल परिसर में बहुत सारी ज़मीने ख़ाली पड़ी हुई है।यदि यह व्यापारिक संस्थान पौधारोपण करे तो पिपरिया विधानसभा में बहुत बड़ी हरियाली को स्थापित किया जा सकता है।परंतु इस अभियान में उद्योगपतियों द्वारा रुचि नहीं लेना कही ना कही भारतीय जनता पार्टी से इनकी नाराज़गी जता रहा है।जिसके चलते यह अभियान पिपरिया विधानसभा में तो सफल होता नहीं दिख रहा है।

-बड़ी मात्रा में उद्योगपतियों को बाँटे थे मोदी रैली के पास-

हाल ही में लोकसभा चुनाव के दौरान पिपरिया में आयोजित प्रधानमंत्री नरेंद्र की रैली में शामिल होने के लिए भाजपा के ज़िम्मेदारो ने अपने इन्ही उद्योगपति मित्रों और उनके परिजनों को अधिकांश VVIP-VIP पास का वितरण किया था।उस समय कई ज़मीनी कार्यकर्ताओं को पास नहीं मिले थे।जिससे पार्टी नेतृत्व के प्रति खासी नाराजगी जाहीर हुई थी।अब यही ज़मीनी कार्यकर्ता “एक पेड़ माँ के नाम अभियान” में नेताओ के उद्योगपति मित्रों के शामिल नहीं होने पर सवाल कड़े उठा रहे है।कार्यकर्ताओं का कहना है की हमारे नेताओ को अपने इन मित्रों से भी वृक्षारोपण करवाना चाहिए।जिस तरह से आम कार्यकर्ताओं से करवाया जा रहा है।

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