जन्म लेने वाले हर 10 में से दो शिशु कमजोर
जन्म लेने वाले हर 10 में से दो शिशु कमजोर
लेडी एल्गिन अस्पताल में जन्म लेने वाले 10 में से दो शिशु कमजोर मिल रहे है। इन शिशु के मां के दूध से वंचित होने पर संक्रमण से रक्षा का कवच नहीं मिल पाता है। ब्रेस्ट मिल्क से मिलने वाले पोषक तत्वों की कमी से नवजात को संक्रमण के घेरने की आशंका रहती है। इन नवजात के जीवन को मदर मिल्क बैंक संकट से उबार सकता है।
प्रसूता और नवजात चिकित्सा के संभाग के सबसे बड़े सरकारी एल्गिन अस्पताल में मदर मिल्क बैंक की कमी है। यूनिसेफ और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन-एनएचएम ने चार वर्ष पूर्व मदर मिल्क बैंक बनाने की पहले की गई थी। 12 लाख रुपये स्वीकृत किए थे।
इस बीच भोपाल और इंदौर में एनएचएम ने एक-एक मदर मिल्क बैंक स्थापित कर दिए गए हैं। एल्गिन अस्पताल में मिल्क बैंक की स्थापना अधूरी छूट गई। जबकि यह मिल्क बैंक समय पूर्व प्रसव वाले शिशुओं के लिए जीवनरक्षक साबित हो सकता है। सरकार का सर्वे बताता है कि प्रदेश में 91 प्रतिशत संस्थागत प्रसव होने के बावजूद मात्र 43 प्रतिशत शिशु को जन्म के एक घंटे के भीतर स्तनपान मिल पाता है।
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