उज्जैन के 84 महादेव का स्कंद पुराण में है उल्लेख, नाम लेने से पूरी होती है मनोकामना
भगवान शिव की आराधना के लिए सोमवार को दिन सबसे श्रेष्ठ माना गया है। अगर सोमवार भगवान शिव के प्रिय सावन माह का हो तो यह आराधना के लिए और भी उत्तम है। सावन माह के सोमवार को बड़ी संख्या में भक्त उज्जैन में महाकाल की सवारी के दर्शन के लिए पहुंचते हैं। यहां महाकाल के साथ 84 महादेव के दर्शन-पूजन का भी बड़ा महत्व है।
84 महादेव से जुड़ी हैं अलग-अलग कथाएं
उज्जैन के 84 महादेव से अगल-अलग कथाएं जुड़ी हुई है। यहां अलग-अलग मंदिरों में भी पूजन का विशेष महत्व बताया गया है। जैसे कर्कोटकेश्वर महादेव मंदिर में काल सर्प दोष निवारण के लिए पूजा होती है।
ऋण मुक्तेश्वर महादेव मंदिर में राजा हरिशचंद्र ऋण से मुक्ति पाई थी। जो भी भक्त ऋण से मुक्ति चाहता है, वो यहां पूजन करने पहुंचता है। ऐसे ही महादेव के अन्य मंदिरों में पूजन का अलग महत्व है।
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