छोटे छोटे फूल से बच्चो को बड़े बड़े स्कूल-हॉस्टल में पढ़ाने की तमन्ना रखने वाले इस खबर को ध्यान से पढ़े
ज़िंदगी में जो पढ़ाई आप नहीं कर सके आप बच्चों से करवाना चाहते है।लेकिन उसका परिणाम भी जान लें हॉस्टल में भर्ती करवाने से पहले आपके बेटा-बेटी की उम्र इतनी तो हो जाने दीजिए की वह उसके साथ हो रहे ग़लत का विरोध कर सके।क्यों नासमझी की उम्र में आप बच्चे पर अत्याचार कर उसे हॉस्टल में डाल रहे है।क्या फ़ायदा ऐसी पढ़ाई का की बच्चे आपको बुढ़ापे तक भूल ही जाएँ क्योंकि जब बच्चे को मम्मी-पापा की सबसे ज़्यादा ज़रूरत थी तब उसकी देखभाल हॉस्टल में तो वार्डन ने ही की है न तो वह आपको क्यों याद रखेंगे क्या ऐसे बच्चो का आपके साथ भावनात्मक लगाव होगा।
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