Holi Special : पलाश के फूलों के फायदे

 


पुराने समय से ही पलाश के फूलों का होली के रंगों में प्रयोग होता आया है. होली के कई दिन पहले से फूलों को पानी में भिगो दिया जाता था, फिर उन्हें उबालकर ठंडा किया जाता था.



जानिए पलाश के आयुर्वेदिक गुण

पलाश के बीज में एंटीवर्म गुण पाया जाता है, जिसकी वजह से ये पेट के कीड़ों को नष्ट करता है. नियमित रूप से पलाश के बीज का पाउडर खाने से किसी भी तरह के पेट के संक्रमण से राहत मिलती है. इसके फूल में एक एसट्रिनजेंट गुण मौजूद होता है, जिसकी वजह से ये दस्त जैसी समस्याओं से निजात भी दिलाता है. उन्होंने कहा कि पलाश में एंटी हाइपरग्लिसेमिक गुण सबसे ज्‍यादा पाया जाता है, जो मधुमेह को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है. यह अच्‍छे कोलेस्‍ट्रॉल को और ज्‍यादा बेहतर करने में मदद करता है.


हाई ब्लड प्रेशर के लिए भी फायदेमंद

पलाश के पत्तों में टिक्टा गुण मौजूद होते हैं, जो शरीर में कफ और पित्त को कम करते हैं. इसके कारण चय-पाचय में सुधार होता है और हाई ब्लड प्रेशर के स्तर को सही करने में मदद मिलती है.


खून को साफ करने में करता है मदद

 गलत खान-पान से जब रक्‍त दूषित होने लगता है, तो खून को साफ करने के लिए पलाश की छाल बड़े काम आती है. यह खून को अंदर से साफ करती है, जिससे दूषित रक्त से होने वाली बीमारी से बचाव होता है.


स्किन इन्फेक्शन को ठीक करने में मदद

आयुर्वेद के अनुसार, पलाश के बीज का पेस्ट बाहरी रूप से लगाए जाने पर एक्जिमा और अन्य स्किन इन्फेक्शन दूर होता है. इसका पेस्ट लगाने से खुजली और रूखेपन जैसी समस्या दूर होती है.


रक्तस्राव और घाव के लिए भी फायदेमंद

पलाश के बीज का काढ़ा इसके लिंग गुणों के कारण घाव को भरने में मदद करता है. ये रक्तस्राव होने से रोकता है, जिससे घाव जल्दी भरता है.एक पलाश का फूल लें और उसे गुलाब जल के साथ पीस लें और घाव वाली जगह पर लगा दें. इससे चोट वाली जगह पर खून बहना बंद हो जाता है.



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