उदयपुर में सच के साथी सीनियर्स कार्यक्रम में सीखे फर्जी खबरों से बचने के गुण


उदयपुर। देश की अग्रणी फैक्‍ट चेकिंग वेबसाइट विश्‍वास न्‍यूज ने सच के साथी सीनियर्स अभियान के तहत उदपुर में सेमिनार किया। इस सेमिनार में वरिष्ठ नागरिकों को भ्रामक न्यूज से बचने के लिए फैक्ट चेकिंग की ट्रेनिंग दी। सेमिनार को लॉयन्स क्लब उदयपुर लेकसिटी में आयोजन किया।






फेक न्‍यूज-रियल न्‍यूज के बीच का अंतर


जागरण न्यू मीडिया के एग्जीक्यूटिव एडिटर एवं फैक्ट चेकर जतिन गांधी और सीनियर एडिटर मयंक कुमार शुक्ला ने वरिष्ठ नागरिकों को भ्रामक न्यूज से बचने की ट्रेनिंग दी। दोनों प्रशिक्षकों ने बताया कि कैसे फेक न्‍यूज और रियल न्‍यूज के बीच के अंतर को समझकर इससे बचा जाए।


जतिन गांधी ने कहा कि आज के दौर में डिजिटल के बिना कुछ भी नहीं है। बिना इसके आप अपने जीवन की आज के दौर में कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। फिर डिजिटल के इस दौर में धोखधड़ी से बचने की जरूरत है। अपने डिवाइस को समय के साथ अपडेट करते रहें और सोशल मीडिया के पासवर्ड को भी सेफ रखें।


फर्जी से खबरों से बचने के लिए दिए टिप्स


मयंक कुमार शुक्‍ला ने कहा कि सच के साथी कार्यक्रम के जरिए फर्जी खबरों और भ्रामक खबरों की पड़ताल कर बचने की टिप्स दी जा रही है, जिससे समाज इनसे बच सके। इस कार्यक्रम में मयंश कुमार शुक्ला ने फैक्ट चेकिंग, डिजिटल सेफ्टी और वोटर जागरूकता पर प्रशिक्षण पर पूरी जानकारी दी। फेक न्यूज को ऑनलाइन टूल्स के जरिए कैसे पहचाने इसके बारे में भी बताया।


कार्यक्रम में एक्‍सपर्ट ने बताया कि अगर आप सचेत रहते हैं तो सोशल मीडिया पर आने वाली फर्जी खबरों से बचा जा सकता है। जतिन गांधी ने बताया कि इंटरनेट पर ऐसे कई टूल्स हैं जिनकी मदद से आपके पास आईं वीडियो और फोटो को जांचा जा सकता है। गूगल ओपन सर्च, गूगल रिवर्स सर्च टूल्स, यान्डेक्स, इनविड सहित कई टूल्स है, जो फर्जी खबरों की जांच करते हैं।


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