दिग्विजय सिंह का कांग्रेस छोड़ने का फर्जी पत्र वायरल, पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा- आखिरी सांस तक रहेंगे


भोपाल। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की ओर से कांग्रेस की प्राथमिकता सदस्यता छोड़ने का फर्जी त्यागपत्र रविवार को इंटरनेट मीडिया पर बहुप्रसारित होने लगा। इस पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराते हुए दिग्विजय सिंह ने साइबर क्राइम के तहत कार्रवाई के लिए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। कांग्रेस ने इसके लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है।



साइबर क्राइम सेल में दर्ज कराई शिकायत

वायरल फर्जी त्यागपत्र कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष को संबोधित है। इसमें विधानसभा चुनाव में रविवार को घोषित पार्टी प्रत्याशियों को लेकर असंतोष व्यक्त करते हुए दिग्विजय सिंह की ओर से पार्टी पर अपनी उपेक्षा किए जाने की बात भी लिखी गई है। इस मामले में कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा, इंटरनेट मीडिया के समन्वयक योगेंद्र सिंह परिहार और वरिष्ठ कांग्रेस नेता जेपी धनोपिया ने पुलिस के साइबर क्राइम सेल में शिकायत दर्ज कराई। कहा कि दिग्विजय सिंह की छवि को धूमिल करने के उद्देश्य से उनका फर्जी त्यागपत्र बहुप्रसारित किया गया है।


भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता पर आरोप

कांग्रेस नेता केके मिश्रा ने भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता हितेश वाजपेयी पर यह फर्जी त्यागपत्र तैयार कराने और उसे इंटरनेट मीडिया पर बहुप्रसारित करने का आरोप भी लगाया। वहीं, इस आरोप को झूठा बताते हुए वाजपेयी ने कहा कि सवाल पूछने पर कांग्रेस आरोप लगाने लगती है। उधर, पुलिस की साइबर क्राइम सेल ने शिकायत को जांच में ले लिया है। पुलिस उपायुक्त श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने कहा कि मामले में शिकायत मिली है, जांच की जा रही है।


दिग्विजय बोले- आखिरी सांस तक रहेंगे कांग्रेस में

फर्जी त्यागपत्र के इंटरनेट मीडिया पर बहुप्रसारित होने के बाद एक्स पर की अपनी पोस्ट में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने इसके लिए भाजपार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि भाजपा झूठ बोलने में माहिर है। 1971 में उन्होंने कांग्रेस की विचारधारा से प्रभावित होकर सदस्यता ली थी और आखिरी सांस तक कांग्रेस में ही रहेंगे। वह इस मामले में कार्रवाई करा रहे हैं।

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