इंटरनेट मीडिया ने बदला प्रचार का ट्रेंड, इंफ्लूएंसरों की बढ़ी मांग



अब चुनाव प्रचार का तरीका काफी बदल गया है। चुनाव आयोग की ओर से जनसभा, पदयात्रा, रैली, रोड शो पर कई प्रकार के नियम-कायदे और खर्च संबंधी पाबंदियां लगाने के चलते आजकल उम्मीदवार इंटरनेट मीडिया पर ज्यादा सक्रिय रहते हैं। इसके लिए अभी से उम्मीदवारों ने ताकत झोंकनी शुरू कर दी है। इन दिनों रील्स और छोटे वीडियो की बहुत मांग है। इन्हें लाखों लोग पसंद करते हैं। कई रील और वीडियो स्टार के फालोअर की संख्या लाखों में है। ऐसे लोगों से दावेदार संपर्क कर रहे हैं।


इंदौर और आसपास के जिलों में सैंकड़ों की संख्या में रील स्टार और वीडियो कटेंट क्रिएटर हैं। आल इंडिया इंफ्ल्यूएंसर एसोसिएशन से जुड़े वीर शर्मा ने बताया कि अभी चुनाव की तारीख घोषित नहीं है, पर कई दलों से संपर्क करने लगे हैं।

उम्मीदवार चाहते हैं कि हम उनके पक्ष में प्रचार करते हुए रील या वीडियो बनाकर अपने इंटरनेट मीडिया अंकाउट पर शेयर करें। वीर ने बताया कि पिछले दिनों प्रदेश भर के इंटरनेट मीडिया इंफ्लूएंसरों की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भी मुलाकात हुई थी।



मालवी और निमाड़ी की भी मांग


आजकल स्थानीय भाषाओं में बने कंटेंट की भी खूब मांग रहती है। मालवी भाषा में वीडियो बनाकर लोगों को जागरूक करने वाली प्रतीक्षा नैयर जैन मालवी भाभी से भी कई लोग अभी से संपर्क कर रहे हैं। वे नगर निगम चुनाव में अपने वीडियो से चर्चा में आ चुकी हैं। इसी तरह धार जिले के राजेश जामोदिया उर्फ राजू सेठ के मालवी वीडियो भी काफी पंसद किए जाते हैं।


उनसे भी धार जिले के अलावा मालवा के अन्य जिलों के दावेदार अभी से संपर्क कर रहे हैं। एक्स, फेसबुक, इंस्टाग्राम समेत सभी इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म पर अधिकतर युवा ही हैं। इनकी चुनाव में अहम भूमिका मानी जाती है। युवा मतदाता अधिकांश रील और वीडियो इंन्फ्लूएंसरों को फालो करते हैं। इन मतदाताओं पर इनका अधिक प्रभाव पड़ता है। ऐसे में युवाओं को अपनी ओर आकर्षित करने वाला कंटेंट ज्यादा मायने रखता है।


इंन्फ्लूएंसर फालोअर इंस्टाग्राम


राबिल जिंदल 73 लाख

पारुल अहिरवार 17 लाख

वीर शर्मा 11 लाख

राजू सेठ 3.73 लाख

विपिन शर्मा 3.31 लाख

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