एक्ट्रेस नहीं, डॉक्टर बनना चाहती थीं वहीदा रहमान



दिल्ली। गुजरे जमाने की अभिनेत्री वहीदा रहमान को इस वर्ष के प्रतिष्ठित दादा साहब फाल्के लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार के लिए चुना गया है। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने यह घोषणा की।


उन्होंने कहा, 'मुझे यह घोषणा करते हुए बेहद खुशी और सम्मान महसूस हो रहा है कि वहीदा रहमान जी को भारतीय सिनेमा में उनके शानदार योगदान के लिए इस साल के प्रतिष्ठित दादा साहब फाल्के लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा है।'


वहीदा रहमान 1950, 60 और 70 के दशक की शीर्ष अभिनेत्रियों में से एक रही हैं। उन्होंने न केवल अपने सदाबहार अभिनय और कमाल की खूबसूरती से, बल्कि अपने अद्भुत नृत्य कौशल से भी दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया।


सुपरहिट प्लेलिस्ट


वहीदा रहमान के नाम कई सुपरहिट फिल्में हैं, जिससे वह अपने समय की शीर्ष अभिनेत्रियों में से एक बन गई थीं।

बहुत कम लोगों को पता है कि वहीदा रहमान का कभी भी अभिनेत्री बनने का इरादा नहीं था, बल्कि वह एक डॉक्टर बनना चाहती थीं। अपने पिता की मृत्यु के बाद आजीविका कमाने के लिए उन्हें सिनेमा की ओर रुख करना पड़ा था।

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