सदस्यता बहाल हुई तो संसद पहुंचे राहुल गांधी, स्वागत के लिए जुटे विपक्षी सांसद



 कांग्रेस नेता राहुल गांधी को मोदी सरनेम केस में सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने के बाद आज उनकी संसद सदस्यता बहाल कर दी गई है। समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, लोकसभा सचिवालय की ओर से इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी गई है। लोकसभा सचिवालय द्वारा आज राहुल गांधी की संसद सदस्यता बहाल करने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने ट्विटर अकाउंट बायो को 'अयोग्य सांसद' से 'संसद के सदस्य' के रूप में अपडेट किया। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार (4 अगस्त) को 'मोदी' सरनेम टिप्पणी मामले में उनकी सजा पर रोक लगा दी थी।


स्वागत के लिए जुटे विपक्षी सांसद


राहुल गांधी आज जब संसद पहुंचे तो विपक्षी दलों के सांसद उनके स्वागत में जुटे। संसद पहुंचकर राहुल गांधी ने सबसे पहले महात्मा गांधी की प्रतिमा को नमन किया। इससे पहले राहुल की सदस्यता बहाल होने पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को मिठाई खिलाई। खरगे ने कहा कि राहुल गांधी की सदस्यता बहाल करने का फैसला स्वागत योग्य कदम है।


लोकसभा सचिवालय द्वारा आज राहुल गांधी सदस्यता बहाल करने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने ट्विटर अकाउंट बायो को 'अयोग्य सांसद' से 'संसद के सदस्य' के रूप में अपडेट किया।

सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार (4 अगस्त) को 'मोदी' सरनेम टिप्पणी मामले में उनकी सजा पर रोक लगा दी। 


लोकसभा के अधिकारी बोले, पहले फैसला पढ़ेंगे


गौरतलब है कि राहुल गांधी की संसद सदस्यता बहाल होने में हो रही देरी पर लोकसभा के अधिकारियों ने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले की कॉपी को पढ़ने के बाद इस बारे में नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा। आपको बता दें कि बीते शुक्रवार को राहुल गांधी को मोदी सरनेम मामले में सुप्रीम कोर्ट ने राहत देते हुए उनकी सजा पर रोक लगा दी थी। इसी के साथ राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता फिर से बहाल होने को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई थी।



एमके स्टालिन ने पूछा, क्या भाजपा डर गई


द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) के अध्यक्ष और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने भी रविवार को एक ट्वीट कर पूछा था कि केंद्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता क्यों बहाल नहीं कर रही है। क्या केंद्र सरकार राहुल से डर गई है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा दोषसिद्धि पर रोक लगाने के बावजूद राहुल गांधी की संसद सदस्यता को बहाल क्यों नहीं किया गया? उन्हें अयोग्य घोषित करने को लेकर जो तत्परता दिखाई गई थी, वो अब क्यों गायब है? क्या भाई राहुल गांधी की संसद में मौजूदगी से भाजपा डर गई है?'

वहीं, भाजपा नेता नारायणन तिरुपति ने पलटवार करते हुए कहा कि संसद का काम नियम-कायदे से होता है। राहुल गांधी की उपस्थिति से कोई फर्क नहीं पड़ता, क्योंकि दुनिया जानती है कि वह बोलते हैं और फिर आंख मारते हैं।

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