ब्रेन में भी हो सकता है इन्फेक्शन, जानिए इसके कारण और बचाव के उपाय



आपने आम तौर पर गले, नाक या त्वचा आदि का इन्फेक्शन सुना होगा। मौसम की वजह से होनेवाले ये इन्फेक्शन ज्यादा खतरनाक नहीं होते और आसानी से ठीक हो सकते हैं। लेकिन कभी-कभी ब्रेन में भी इन्फेक्शन हो सकता है। आपको सुनकर आश्चर्य लग रहा होगा, लेकिन इसकी जानकारी रखना जरुरी है। इन दिनों मस्तिष्क में संक्रमण के मामले काफी देखने को मिल रहे हैं। यह एक गंभीर स्थिति है, जिसका समय रहते उपचार किया जाना बहुत जरूरी है। अन्य संक्रमणों की तरह ब्रेन इन्फेक्शन भी वायरस, बैक्टीरिया, फंगस या परजीवी की वजह से हो सकता है। और इसके कई प्रकार हो सकते हैं। आइये जानते हैं किन-किन तरह के ब्रेन इन्फेक्शन हो सकते हैं और उनके लक्षण क्या होते हैं।...


इंसेफेलाइटिस (Encephalitis)


यह संक्रमण वायरस के कारण होता है। इस इन्फेक्शन में लोगों को हल्का बुखार और सिरदर्द जैसे लक्षण देखने को मिल सकते हैं। मरीज के व्यवहार में भी बदलाव और भ्रम महसूस हो सकता है।


मैनिंजाइटिस


बैक्टीरिया के कारण होनेवाला ये इन्फेक्शन खतरनाक होता है और इसका तुरंत इलाज किया जाना बहुत जरूरी है। इसमें बैक्टीरिया वायुमार्ग से होते हुए ब्लड स्ट्रीम में प्रवेश करते है और आपके मस्तिष्क तक पहुंच सकते हैं। इस स्थिति में आपको अचानक बुखार, गंभीर सिरदर्द, गर्दन में अकड़न, फोटोफोबिया और मतली आदि जैसी लक्षण महसूस हो सकते हैं।



ट्रैवर्स मायलाइटिस


यह इम्युनिटी से जुड़ा रोग है, जो वायरस, जीवाणु, कवक या परजीवी से संक्रमण के कारण हो सकता है। यह हमारी रीढ़ में सूजन का कारण बनता है। ट्रैवर्स मायलाइटिस होने पर दर्द, अंगों में कमजोरी, आंत्र और मूत्राशय की समस्याएं, मांसपेशियों में ऐंठन, सिरदर्द, बुखार, भूख में कमी और संवेदना महसूस करने में भी दिक्कत महसूस हो सकती है।


सेरेब्रल एब्सेस 


इस स्थिति को दिमाग में फोड़ा होना भी कहा जाता है। इसमें मस्तिष्क के टिशू में मवाद जमा हो जाता है, जिससे टीशू बंद हो जाते हैं। बैक्टीरिया या फंगल संक्रमण और सर्जरी या ट्रॉमा के कारण ऐसा हो सकता है। कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों में इसका अधिक खतरा होता है। तेज बुखार, गंभीर सिरदर्द, व्यवहार में बदलाव और मतली और उल्टी आदि इसके कुछ आम लक्षण हैं।


क्या करें उपाय


अगर आप मस्तिष्क में इन्फेक्शन से जुड़े या ऊपर दिए गए लक्षण सामान्य से अक्सर नोटिस करते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। इसका समय पर उपचार बहुत जरूरी है। क्योंकि इसके कारण व्यक्ति की जान भी जा सकती है।

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