इंदौर-भोपाल में प्रियंका वाड्रा और कमल नाथ के खिलाफ FIR, यह है पूरा मामला



भोपाल। मध्य प्रदेश में अधिकारियों द्वारा ठेकेदारों से 50 प्रतिशत कमीशन मांगने का पत्र इंटरनेट मीडिया पर बहुप्रसारित होने और इसी मामले पर ट्वीट कर कांग्रेस नेता फंस गए हैं। भाजपा विधि प्रकोष्ठ के संयोजक निमेष पाठक की शिकायत पर शनिवार को भोपाल व इंदौर में कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी, पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ, पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश व अरुण यादव, कांग्रेस नेत्री शोभा ओझा और पत्र जारी करने वाले ज्ञानेंद्र अवस्थी के खिलाफ अलग-अलग धाराओं में एफआइआर दर्ज की है। भोपाल क्राइम ब्रांच ने आइपीसी की धारा 469, 500, 501 के तहत मामला दर्ज किया तो इंदौर के संयोगितागंज थाने की पुलिस ने धारा 420 और 469 के तहत धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है।


50 प्रतिशत कमिशन देने की बात


दरअसल, मप्र उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के नाम लिखा गया जो पत्र लघु एवं मध्यम श्रेणी संविदाकार संघ के नाम से बहुप्रसारित हो रहा है, उसमें फरियादी का नाम ज्ञानेंद्र अवस्थी, पता वसंत विहार कालोनी लश्कर ग्वालियर लिखा गया है। पत्र में प्रदेश में ठेकेदारों को 50 प्रतिशत कमीशन देने पर ही भुगतान मिलने की बात कही गई है।


उधर, पिछले तीन दिनों से इंटरनेट मीडिया पर बहुप्रसारित हो रहा लघु एवं मध्यम श्रेणी संविदाकार संघ के नाम का पत्र भी प्रारंभिक पड़ताल में फर्जी निकला है। जिस ठेकेदार का नाम और पता पत्र में उल्लेखित है, वह ठेकेदार है ही नहीं। इस मामले में एडवोकेट पंकज पालीवाल की शिकायत पर ग्वालियर की क्राइम ब्रांच पुलिस ने भी एफआइआर दर्ज की है और पत्र तैयार करने व उसे इंटरनेट मीडिया पर अपलोड करने वालों की तलाश हो रही है।


मामला दर्ज होने के बाद जांच हुई शुरू


भोपाल में क्राइम ब्रांच में भाजपा नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने शिकायत कर कहा कि कांग्रेस नेता फर्जी पत्र प्रचारित कर प्रदेश की भाजपा सरकार की छवि धूमिल करने की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस नेताओं द्वारा षड्यंत्रपूर्वक किसी ठेकेदार, एसोसिएशन के नाम से फर्जी पत्र इंटरनेट मीडिया पर प्रचारित कर जनता को भ्रमित किया जा रहा है।


उन्होंने प्रियंका गांधी, कमल नाथ, जयराम रमेश, अरुण यादव आदि के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है। शिकायत करने वाले प्रतिनिधिमंडल में भाजपा के प्रदेश महामंत्री एवं प्रदेश कार्यालय प्रभारी भगवानदास सबनानी, मंत्री विश्वास सारंग, विधायक रामेश्वर शर्मा आदि शामिल थे। डीसीपी क्राइम ब्रांच भोपाल श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने कहा कि भाजपा नेताओं से जो शिकायत मिली है, उसमें से सभी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच में लिया है।


उधर, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा है कि कांग्रेस विकास और जनकल्याण के मामले में हमारा सामना नहीं कर सकती, इसलिए झूठ और भ्रम फैला रही है। कांग्रेस ने फर्जी पत्र नहीं, अपना असली चरित्र बहुप्रसारित किया है। फर्जी पत्र को मध्य प्रदेश से लेकर दिल्ली तक अपने नेताओं से ट्वीट कराया। इस पत्र के आधार पर इंटेलिजेंस की मदद से मैंने पता कराया तो उस पते पर न कोई व्यक्ति मिला न ही यह संगठन है।


भाजपा अध्यक्ष बोले- छवि खराब करने का असफल प्रयास


मध्य प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि मिस्टर बंटाधार और करप्शननाथ को सत्ता की इतनी भूख है कि उन्होंने झूठे पत्र के आधार पर मध्य प्रदेश की छवि खराब का करने का असफल प्रयास किया है। पहले उनके भाई ने झूठ बोलकर जनता को ठगा, अब प्रियंका झूठ परोस रही हैं। कांग्रेस नेताओं के इस कृत्य के खिलाफ भाजपा कानूनी कार्रवाई करेगी।


जब कांग्रेस पार्टी के नेता अंग्रेजों की फांसियों से नहीं डरे तो उनकी चाटुकारिता करने वाली विचारधारा की एफआइआर से भी नहीं डरने वाले। हमारे नेता राहुल गांधी कहते हैं "डरो मत"। पहले लड़ें थे गोरों से, अब लड़ेंगें 50 प्रतिशत कमीशनखोरों से। - अरुण यादव, पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष


मैं उस व्यक्ति को धन्यवाद देता हूं, जिसने उच्च न्यायालय को यह पत्र लिखा। मैं तो न्यायालय से आग्रह करूंगा कि पत्र लिखने वाले व्यक्ति को व्हिसल ब्लोअर माना जाए और उसे पूर्ण सुरक्षा प्रदान की जाए। पत्र न्यायालय को लिखा गया है, इस पर न्यायालय ही संज्ञान लेगा। - केके मिश्रा, अध्यक्ष, प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग।


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