एम्स ने अपनी संपदा की सुरक्षा के लिए समिति गठित की
दिल्ली, 06 जुलाई/ दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने गुरुवार को कहा कि उसने अपनी मूल्यवान संपदा को किसी भी प्रकार के अतिक्रमण और अनधिकृत कब्जे से बचाने और उसकी सुरक्षा करने के लिए संपदा संरक्षण समिति का गठन किया है। एक अधिकारी ने कहा , “अपने विभिन्न परिसरों में 500 एकड़ से ज्यादा विशाल भूमि क्षेत्र के साथ, एम्स दिल्ली अतिक्रमण और अनधिकृत कब्जे के खिलाफ अपनी मूल्यवान संपदा की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। एम्स निदेशक द्वारा इसकी रक्षा करने के लिए एक समिति का गठन किया गया है।” अधिकारी ने कहा कि समिति का प्रारंभिक कार्य एम्स संपदा की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए, समिति प्रत्येक माह अपने सभी परिसरों का नियमित निरीक्षण करेगी। समिति का उद्देश्य भूसंपदा के उपयोग की बारीकी से निगरानी करते हुए अतिक्रमण और अनधिकृत कब्जे को प्रभावी रूप से रोकना है। अधिकारी ने कहा कि इसके अलावा, समिति को वैधानिक एजेंसियों, पुलिस और जिला प्रशासन के साथ सहयोग एवं समन्वय करने का अधिकार होगा। यह सहयोग समिति को किसी भी प्रकार के अतिक्रमण या अनधिकृत कब्जे को हटाने या रोकने के लिए उचित कार्रवाई करने में सक्षम बनाएगा। इस बीच, एम्स (दिल्ली) के निदेशक डॉ एम श्रीनिवास ने एक बयान में कहा , “एम्स अपनी संपदा की सुरक्षा एवं अखंडता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। हमारा उद्देश्य संपदा संरक्षण समिति की स्थापना करके अपनी मूल्यवान भूमि की सुरक्षा को बढ़ावा देना और उन्हें रोगियों, चिकित्सा पेशेवरों और अनुसंधान कार्यों के लिए संरक्षित करना है।”
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