जून में थोक मुद्रास्फीति दर में 4.12 फीसदी की गिरावट

 


दिल्ली 14 जुलाई| ईधन एवं विनिर्मित उत्पादों की कीमतें कम होने से जून में थोक मुद्रास्फीति की दर में 4.12 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने शुक्रवार को थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति के आंकड़े जारी करते हुए यह जानकारी दी। महीने-दर-महीने आधार पर इस साल जून में थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित मुद्रास्फीति में 0.40 फीसदी की गिरावट आई है।

ईंधन और बिजली बास्केट की मुद्रास्फीति जून में घटकर शून्य से 12.63  प्रतिशत नीचे रही जो मई में शून्य से 9.17 प्रतिशत नीचे थी। विनिर्मित उत्पादों की मुद्रास्फीति उक्त महीने में शून्य से 2.71 प्रतिशत नीचे रही जो मई में शून्य से 2.97 प्रतिशत नीचे थी।

खाद्य पदार्थ, ईंधन और विनिर्मित वस्तुओं की कीमतों में नरमी से थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति में (-) 4.12 प्रतिशत पर पहुंच गई।  थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित मुद्रास्फीति मई में शून्य से 3.48 प्रतिशत नीचे थी। पिछले साल जून में यह 16.23 प्रतिशत थी। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने शुक्रवार को एक विज्ञप्ति में कहा कि खाद्य वस्तुओं की मुद्रास्फीति जून में घटकर शून्य से 1.24 प्रतिशत नीचे आ गई, जो मई में शून्य से 1.59 प्रतिशत नीचे थी।

ईंधन और बिजली बास्केट की मुद्रास्फीति जून में घटकर शून्य से 12.63 प्रतिशत नीचे रही जो मई में शून्य से 9.17 प्रतिशत नीचे थी। विनिर्मित उत्पादों की मुद्रास्फीति उक्त महीने में शून्य से 2.71 प्रतिशत नीचे रही जो मई में शून्य से 2.97 प्रतिशत नीचे थी। 

जून 2023 में मुद्रास्फीति की दर में गिरावट मुख्य रूप से खनिज तेलों, खाद्य उत्पादों, बुनियादी धातुओं, कच्चे पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस और वस्त्रों की कीमतों में गिरावट के कारण है।

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