मुख्यमंत्री के सफल कार्यक्रम से उत्साह में विधायक गुट, चिंता में विरोधियों ने रखी बैठक!

 


पिपरिया।सूबे के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हाल ही में बनखेड़ी का दौरा कर दूधी सिंचाई परियोजना का भूमिपूजन किया था।इस सरकारी कार्यक्रम में उम्मीद से ज़्यादा आई भीड़ ने विधायक ठाकुरदास नागवंशी गुट को अतिउत्साह से भर दिया है।नागवंशी समर्थकों का कहना है की मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में उमड़ी क़रीब 50 हज़ार की जनता से विधायक जी की लोकप्रियता का अंदाजा लगाया जा सकता है।भाजपा विधायक नागवंशी का दावा है की पिपरिया विधानसभा के हर मतदान केंद्र से लोग मुख्यमंत्री को सुनने के लिए  बनखेड़ी आए थे।मुख्यमंत्री शिवराज के इस कार्यक्रम के बाद विधायक समर्थकों ने “चौथी बार भी एक ही आस”हमारे भैया ठाकुरदास” का नारा बुलंद करते हुए नागवंशी का चुनाव प्रचार भी शुरू कर दिया है।दूसरी ओर पार्टी के अंदर इस भीड़ ने विधायक विरोधियों के माथे पर चिंता की लकीरों को और भी गाढ़ा कर दिया है।मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में विधायक नागवंशी के दावे अनुसार क़रीब 50 हज़ार लोगों के आने वाली बात पर पार्टी में विधायक विरोधियों का कहना है की ज़िला प्रशासन के दबाव में तीन विधानसभा पिपरिया, सोहागपुर,गाड़रवारा से ढो-ढो कर लाई गई जनता को पिपरिया का मतदाता बताया जा रहा है।जबकि कार्यक्रम में तो अधिकांश सरकारी अधिकारी-कर्मचारी थे।इस भीड़ को देखने के बाद विधायक विरोधियों ने और भी ज़्यादा तेजी से एकजुट होना शुरू कर दिया है।इसी एकजुटता का परिचय देने के लिए आज विधायक विरोधियों ने पचमढ़ी रोड स्थित एक ढाबे में सह भोज के साथ बड़ी बैठक का आयोजन रखा है।इसके पहले सभी विरोधी नेता बनखेड़ी के उमरधा में बबलू जूदेव के आग्रह पर जमा हुए थे।आज होने वाली इस बैठक के आयोजन कर्ता भाजपा के “जोशी दम्पत्ति”है।बैठक में विधायक ठाकुरदास नागवंशी एवं भाजपा नेता नवनीत नागपाल से नाराज चल रहे नेताओ को चुन चुन कर आमंत्रित किया गया है।सूत्र बताते है की इस बैठक का दायरा पिछली उमरधा बैठक से बड़ा किया गया है।अब देखना यह है की विधायक विरोधी इस बैठक में क्या निर्णय लेते है।विधानसभा चुनाव में क़रीब 3 माह का समय शेष रह गया है।ऐसे में सत्ताधारी दल की स्थानीय सिर फ़ुट्ट्वल से कांग्रेस काफ़ी उत्साहित है।यही कारण है की कांग्रेस जनता के ज़मीनी मुद्दे नहीं उठा कर भाजपा की अंतरक़लह के भरोसे पिपरिया विधानसभा को फ़तह करने का सपना संजोय बैठी है।वही भाजपा का ज़िला संगठन भी पिछले एक साल में उपजी पिपरिया की गुटबाज़ी को ख़त्म करने के लिए कोई ख़ास कदम नहीं उठा रहा है।जबकि कई बार प्रदेश नेतृत्व समन्वय बनाने का निर्देश भाजपा ज़िला अध्यक्ष माधव अग्रवाल को दे चुका है।परंतु ऐसा लगता है की सत्ता के आगे संगठन बौना हो चला है।

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