रामनवमी पर निकले भव्य जुलूस के धार्मिक व राजनैतिक मायने!
पिपरिया।शहर में रामनवमी का भव्य जुलूस काफ़ी धूमधाम से निकाला गया था।जिसने भी यह जुलूस देखा वह इसके कई तरह के मायने निकाल रहा है।इसमें प्रमुख रूप से धार्मिक एवं राजनैतिक मायने निकाले जा रहे है।जुलूस के धार्मिक मायने कुछ इस तरह रहे की पहली बार इतना बड़ा जुलूस राम भक्तों द्वारा पिपरिया में निकाला गया।जिसमें स्वयं जनता ने शामिल हो कर इसे अभूतपूर्व रूप से सफल बनाया है।जुलूस की लम्बाई देख कर हर कोई यह कहता नज़र आया की पहली बार शहर में ऐसा जुलूस निकला है।हालाँकि जुलूस में अनुशासन की कमी रही जिसके चलते जुलूस आगे पीछे कई भागों में बंट गया।
रामनवमी जुलूस के बहुत सारे राजनैतिक मायने भी निकाले जा रहे है।जिसको चुनावी वर्ष से जोड़ कर देखा जा रहा है।इस जुलूस में जंहा कांग्रेस पार्टी भी पूरी तरह सक्रिय एवं संगठित नज़र आई तो वही सूबे की सत्ता पर क़ाबिज़ भारतीय जनता पार्टी के नेता कई खंडो में बँटे दिखाई दिए।सोशल मीडिया पर रामनवमी जुलूस से सम्बंधित भाजपा नेताओ की फ़ोटो-वीडियो भी ख़ासी चर्चाओं में रही।
जिसमें सबसे ज़्यादा चर्चा मौजूदा भाजपा विधायक ठाकुरदास नागवंशी एवं भाजपा ज़िला अध्यक्ष माधव अग्रवाल की जोड़ी का “शेर डांस” रहा जिसको लोगों ने सत्ता की धुन पर थिरकता “संगठन” करार दिया तो वही दूसरी सबसे चर्चित फ़ोटो वरिष्ठ भाजपा नेता बलराम सिंह बैस की फ़ेसबुक फ़ोटो रही जिसमें “राम लल्ला”के सामने वरिष्ठ भाजपा नेता व पूर्व विधायक हरिशंकर जायसवाल व पूर्व भाजपा ज़िला अध्यक्ष संपत मूँदड़ा के साथ स्वयं बलराम सिंह बैस नज़र आ रहे है।
मानो इस इस फ़ोटो में यह तीनो नेता किसी एक संकल्प के प्रति प्रतिबद्ध नज़र आ रहे हो।जनपद अध्यक्ष सुश्री संध्या सिंगारे की कुछ फ़ोटो भी काफ़ी जनचर्चा में है।जिसमें संध्या वरिष्ठ भाजपा नेत्री व पूर्व मंडी अध्यक्ष अरुणा जोशी व सरिता बैस के साथ नज़र आ रही है।पिछले दिनो संध्या व उनके पिता दिलीप सिंगारे के बग़ावती तेवर भाजपा के अंदरूनी राजनीति में काफ़ी चर्चा में रहे है।
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