ज़िला अध्यक्ष की विधानसभा के वरिष्ठ नेता ही नहीं पहुँचे राष्ट्रीय अध्यक्ष के कार्यक्रम में!

 



पिपरिया।चुनावी साल में भारतीय जनता पार्टी में बड़ी सिर फुटव्वल देखने को मिल रही है।एक ओर पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व से लेकर प्रदेश नेतृत्व तक पदाधिकारी व नेताओ को गुटबाज़ी न कर विधान सभा चुनाव के लिए कमर कसने की हिदायत दे चुका है परंतु फिर भी नर्मदापुरम ज़िले में भाजपा की गुटबाजी अपने चरम पर पहुँचती हुई नज़र आ रही है।यही कारण है की भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी नड्डा भोपाल में पार्टी कार्यालय का भूमिपूजन करने आए थे।इस मौक़े पर उन्होंने बूथ अध्यक्ष व मतदान केंद्र प्रभारियों सहित भोपाल-नर्मदापुरम के कार्यकर्ताओं के साथ संवाद का कार्यक्रम भी रख लिया।परंतु राष्ट्रीय अध्यक्ष के कार्यक्रम में पिपरिया विधानसभा के अनेक़ो वरिष्ठ भाजपा नेता व मूल कार्यकर्ता  शामिल नहीं हुए।पिपरिया भाजपा ज़िला अध्यक्ष माधव अग्रवाल की गृह विधान सभा सीट है।बताया जाता है की पिपरिया भाजपा के वरिष्ठ नेता ज़िला अध्यक्ष अग्रवाल की कार्यप्रणाली से ख़ासे नाराज़ है।यंहा पिछले 3 सालो से वरिष्ठ नेताओ एवं कार्यकर्ताओ की संगठन कोई भी बात नहीं सुन रहा है।भाजपा ज़िला अध्यक्ष सत्ता की सहमति से अपने हर निर्णय ले रहे है।यही कारण है की पार्टी के वरिष्ठ नेता व मूल कार्यकर्ता अब पार्टी कार्यक्रमों में रुचि नहीं ले रहे है।भाजपा सूत्रों की माने तो ऐसे नेता बूथ विस्तार कार्यक्रम में भी नहीं जा रहे है।पार्टी संगठन से नाराज़ चल रहे नेताओ की माने तो वह कई बार पार्टी ज़िला अध्यक्ष माधव अग्रवाल से अपनी उपेक्षा की शिकायत कर चुके है।परंतु ज़िला अध्यक्ष सत्ता का ही साथ दिया करते है।यही कारण है की अब भाजपा के वरिष्ठ नेता व स्वाभिमानी कार्यकर्ता पार्टी कार्यक्रमों से अपनी दूरी बनाने में जुटे है।

-319 बूथ अध्यक्ष है भाजपा में-

पिपरिया विधानसभा में क़रीब 319 बूथ है।जिसमें भाजपा ने हर बूथ पर अध्यक्ष सहित कार्यकर्ताओं की टोली बनाई है।इन कार्यकर्ताओं को भोपाल में राष्ट्रीय अध्यक्ष  नड्डा के कार्यक्रम में पहुँचना था।परंतु अपने आप को उपेक्षित समझ रहे इन बूथ अध्यक्षों में से आधे से ज़्यादा कार्यकर्ता अपने घरों में ही बैठे रहे।इन कार्यकर्ताओं का कहना है पार्टी जब देखो जब संगठन के काम में जोत देती है।परंतु जब हमारा काम आता है तो पार्टी के पदाधिकारी फ़ोन तक नहीं उठाते है।

-क्या शक्ति केंद्र पर मिला था फंड-

भाजपा सूत्र बताते है की भोपाल में आयोजित राष्ट्रीय अध्यक्ष के कार्यक्रम में पहुँचने के लिए प्रति शक्ति केंद्र क़रीब 6 हजार रूपए भोपाल से आए थे।इस राशि को खर्च किया जाना था।परंतु यह राशि तो शक्ति केंद्रो तक पहुँची ही नहीं इस कारण से भी भोपाल जाने वाले कार्यकर्ताओ की संख्या काफ़ी कम रही है।

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