मुख्यमंत्री चौहान सागर में संत रविदास महाकुंभ में शामिल हुए

 मुख्यमंत्री चौहान सागर में संत रविदास महाकुंभ में शामिल हुए


मुख्यमंत्री चौहान ने घोषणा की कि सागर के पास बड़तूमा में 100 करोड़ रूपए की लागत से संत रविदास का विशाल और भव्य मंदिर बनाया जाएगा। मंदिर की दीवारों पर संत रविदास के दोहे और शिक्षाएँ उकेरी जाएंगी। मंदिर परिसर में संत रविदास के व्यक्तित्व और कृतित्व को भी प्रदर्शित किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में संत शिरोमणि रविदास महाराज के आदर्श राज्य की कल्पना चरितार्थ हुई है। संत रविदास ने कहा था कि "ऐसा चाहूँ राज मैं, जहाँ मिले सबन को अन्न, छोट-बड़ो सब सम बसे, रविदास रहे प्रसन्न।" उनके बताये हुए इसी मार्ग पर हम चल रहे हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि जनता के साथ और संतों के आशीर्वाद से मध्यप्रदेश विकास की ऊँचाइयाँ छुएगा। मुख्यमंत्री चौहान आज सागर में संत रविदास महाकुंभ में शामिल हुए।


मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में बहन-बेटियों का सम्मान सर्वोच्च है। स्त्री-पुरुषों में कोई भेद नहीं किया जाता। बेटियों के लिए लाड़ली लक्ष्मी योजना के बाद अब बहनों के लिए लाडली बहना योजना प्रारंभ की गई है, जिसमें गरीब एवं मध्यम वर्ग की बहनों को एक हजार रूपये दिये जायेंगे। प्रदेश में सबके लिए भोजन, पढ़ाई, लिखाई, दवाई, मकान, रोजगार सुनिश्चित किया जा रहा है। प्रदेश में जात-पांत नहीं है, कोई छोटा-बड़ा नहीं है, सब समान है, सबको समान अवसर है और सभी का बराबर सम्मान हैं।


मुख्यमंत्री चौहान ने 251 करोड़ 25 लाख रूपए लागत की शाहगढ़-बंडा समूह जल-प्रदाय योजना का भूमि-पूजन किया। उन्होंने सरपंचों को कलश भेंट कर कलश-यात्रा का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री चौहान ने समारोह स्थल पर संत रविदास और ‘‘एक जिला-एक उत्पाद’’ पर केंद्रित प्रदर्शनी का शुभारंभ और अवलोकन भी किया।

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