भाजपा ज़िला अध्यक्ष के वीटो से धूत का साड़ा अध्यक्ष बनना तय!

 


पिपरियाः-सूबे की शिवराज सरकार ने हाल ही में दो दिवसीय चिंतन शिविर का आयोजन सतपुड़ा की रानी पचमढ़ी में किया है।इस चिंतन में सरकार ने क्या हासिल किया यह तो भविष्य के गर्त में छुपा है परंतु पचमढ़ी के भाजपा नेता कमल धूत के लिए यह बैठक अमृत पान के समान साबित हुई है।सूत्रों की माने तो इस बैठक में भाग लेने आए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से कमल धूत ने भाजपा ज़िला अध्यक्ष माधव अग्रवाल के माध्यम से कई बार मुलाक़ात की है।इन मुलाक़ातों के दौरान कमल का नाम साड़ा अध्यक्ष के लिए मुख्यमंत्री के सामने बड़ी ज़िम्मेदारी से रखा गया है।धूत को पिछले कई महीनो से पचमढ़ी विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण(साड़ा) का अध्यक्ष बनवाने की मुहिम भाजपा ज़िला अध्यक्ष माधव अग्रवाल द्वारा चलाई जा रही है।जिसे इन दो दिनो में मूर्त रूप दिया गया है।हमारे सूत्र बताते है की ज़िला अध्यक्ष अग्रवाल ने नर्मदापुरम के सभी विधायकों एवं सांसद राव उदय प्रताप सिंह को भी कमल धूत के नाम पर सहमत कर लिया है।इन सभी नेताओ ने भी कमल का नाम अपने-अपने लेटर पैड पर लिख कर प्रदेश अध्यक्ष एवं मुख्मंत्री सहित प्रभारी मंत्री को भेज दिया है।कमल को इस पद पर क़ाबिज़ कराने के लिए अग्रवाल ने उनको साड़ा के पूर्व अध्यक्ष भगवानदास धूत का उत्तराधिकारी भी बताया है।कमल पूर्व साड़ा अध्यक्ष स्व.भगवान दास धूत के भतीजे है।कमल की भाजपा में यह अमिट पहचान है।कमल धूत को पूर्व साड़ा अध्यक्ष का राजनैतिक वारिस भी माना जाता है।इन सब कारण के चलते अब कमल धूत का साड़ा अध्यक्ष बनना लगभग तय माना जा रहा है।

पचमढ़ी भाजपा के पंच भी तैयार

कमल धूत को साड़ा अध्यक्ष बनवाने के लिए पचमढ़ी भाजपा के पंच मतलब की शहर के बड़े भाजपा नेता भी तैयार है।इन नेताओ ने भी ज़िला अध्यक्ष माधव पर दबाव बनाया की कमल को ही साड़ा अध्यक्ष बनवाना होगा।जिसके बाद से अग्रवाल बिना सोचे समझे पूरी जी जान से धूत के मुख्यमंत्री एवं प्रदेश अध्यक्ष के समक्ष लाबिंग करने में जुटे हुए है।

धूत के लिए हुई मंडल में हुई नियमविरुद्ध रायशुमारी

भाजपा ज़िला अध्यक्ष माधव अग्रवाल पचमढ़ी के कमल धूत को साड़ा अध्यक्ष बनवाने के लिए इतने बौरा गए है की उन्होंने मंडल में साड़ा अध्यक्ष के लिए रायशुमारी तक करवाने की छूट दे दी।इसके तहत पचमढ़ी भाजपा मंडल ने बक़ायदा रायशुमारी की बैठक कर कई नामों पर वोटिंग तक करवा दी जिसमें कमल धूत को मंडल पदाधिकारियों ने सर्वाधिक् वोट दिए पूरी प्रक्रिया को प्रदेश नेतृत्व को भेज कर कमल का दावा और भी मज़बूत किया गया।जबकि पार्टी के भीतर इस प्रक्रिया पर सवालिया निशान लगे की जब पूरे प्रदेश में कही भी निगम/मंडल-प्राधिकरण के लिए भाजपा ने वोटिंग नहीं कराई तो फिर पचमढ़ी मंडल ने ऐसा कैसे किया।वही बात बात पर पार्टी की नीति-रीति एवं संविधान की बात करने वाले ज़िला अध्यक्ष ने ऐसे पार्टी अहित के रायशुमारी कार्यक्रम को अधिकृत कैसे किया।यह बड़ा सवाल भी खड़ा हो रहा है।

आम कार्यकर्ता में धूत का विरोध

हमारी टीम ने भी चिंतन बैठक के दौरान दो दिनो तक पचमढ़ी के कई आम एवं निचले स्तर के भाजपा कार्यकर्ता से कमल धूत को साड़ा अध्यक्ष बनाने के निर्णय पर बात की तो ज़मीनी कार्यकर्ता ने उनके नाम पर अपना विरोध दर्ज कराते हुए कहा की शहर के कुछ एक-दो भाजपा नेता उन्हें साड़ा अध्यक्ष बनवाना चाहते है।परंतु आम कार्यकर्ता इसका विरोध करता है।कार्यकर्ता ने बताया कि कमल धूत के पास जब हम किसी काम से जाते है तो वह इतने नियम क़ायदे बता देते है की कार्यकर्ता काम बिना अधिकारी आशीर्वाद से ही नहीं हो पाता है।वही धूत बिना अधिकारी से बात किए हुए ही अपनी बुद्धि से नियम बता दिया करते है।वही कई कार्यकर्ता ने कहा की कमल धूत के नालेज के आगे तो आम कार्यकर्ता बोल ही नहीं पाता है।कई छोटे कार्यकर्ता ने तो भगवानदास धूत के परिजनों को उनका असली उत्तराधिकरी बताया है।

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