HM की पत्रकारवार्ता में CM से मिलने की आस लेकर आए वृद्घ माता-पिता को पुलिस अधिकारी ने धकिया कर बाहर निकाला!



पचमढ़ीः-एक तरफ़ सूबे की शिवराज सरकार अपनी जनता जनार्दन के हितों के लिए सतपुड़ा की रानी पचमढ़ी में चिंतन बैठक कर रही है तो वही दूसरी ओर मुख्यमंत्री से मिलने की आस लेकर आए एक मृत बेटी के माता-पिता को पुलिस अधिकारी धकिया कर बाहर निकालने में जुटे है।मामला प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा की पचमढ़ी प्रेस वार्ता स्थल होटल ग्लेन वियु का है।जंहा मिश्रा की प्रेस वार्ता शुरू होने के कुछ मिंटो पहले ही पिपरिया SDOP शिवेंदु जोशी की नज़र एक गरीब थके हारे निर्बल से दम्पत्ति पर पड़ी जो फ़ाईल हाथ में लेकर  वार्ता स्थल पर चुपचाप बैठे थे।SDOP ने इन लोगों से वंहा आने का कारण पूछा जैसे ही पति-पत्नी ने बताया की वह करेली ज़िला नरसिंहपुर के रहने वाले है।उनकी बेटी की हत्या कर दी गई है।वह मामा जी (मुख्यमंत्री)मिल कर न्याय माँगने आयें है।इतना सुनते ही SDOP जोशी ने महिला के पति को धकिया कर परिसर से बाहर निकालना शुरू कर दिया।इस दौरान महिला चिल्ललाती रही की उसको मुख्यमंत्री से मिलना है उसकी बेटी को मार कर फाँसी पर लटका दिया गया है।उसके घुटने ज़मीन पर टीके थे।उसको न्याय दिलाने के लिए वह मामा जी से मिलना चाहती है।परंतु पुलिस अधिकारियों ने उसकी एक नहीं सुनी वही इस दौरान मीडियाकर्मी जब महिला और उसके पति से बात करने लगे तब SDOP पिपरिया शिवेंदु जोशी ने पत्रकारों के वीडियो बनाने पर बहुत ही अभद्रता से बात करते हुए आपत्ति जताई।पत्रकारों ने भी SDOP के दुर्व्यवहार  की शिकायत नरोत्तम मिश्रा से करते हुए कहा है की आपकी प्रेस वार्ता में पुलिस अधिकारी का यह रवैया ठीक नहीं रहा।जिस पर मिश्रा ने कहा की वह इसे दिखवाएँगे की किसी के भी साथ पुलिस अधिकारी का ऐसा बर्ताव ठीक नहीं है।प्रेस वार्ता के दौरान नरोत्तम्म मिश्रा ने कहा की सरकार ने महिला सुरक्षा को लेकर बहुत काम किया है।पत्रकारों ने बताया की अभी एक पीड़ित परिवार को बाहर निकाला दिया गया जो आपसे मिलना चाहते थे।तब मिश्रा ने कहा की वह खुद उनसे मिलेंगे बतौर मिश्रा शिवराज सरकार सर्वजन सुताय की नीति पर चल रही है।वही पीड़ित दम्पति ने बताया की पुलिस अधिकारी ने उनको धकिया कर बाहर कर दिया।जबकि वह अपनी बेटी के लिए न्याय माँगने गए थे।दम्पत्ति ने बताया की 2020 में करेली में उनकी बेटी की हत्या को पुलिस ने आत्महत्या करार दे दिया है।जबकि उसकी हत्या की गई है।महिला राजकुमारी रैकवार के अनुसार उनकी बेटी को न्याय मिले यही उद्देश्य है।

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