क्या टूटी रैलिंग वाले नर्मदा पुल से निकलेगी पूरी शिवराज सरकार!

 



पिपरियाः-शहर से करीब 20 किलोमीटर दूर सिवनि घाट पर बह रही प्रदेश की जीवन दायनी नर्मदा नदी पर बने विशाल काय पुल की रैलिंग पिछले 2 वर्षों से टूटी पड़ी हुई है।नागरिकों ने कई बार इस रैलिंग को सुधारने के लिए अधिकारियों से आवेदन-निवेदन किया परंतु कुछ नहीं हो सका।पुल की रैलिंग कई मेले-महापर्वों पर भी सुधारी नहीं जा सकी है।जिससे नागरिकों में ख़ासी नाराज़गी देखने को मिल रही है।सूत्रों की माने तो 25 मार्च से 27 मार्च तक पूरी शिवराज सरकार पचमढ़ी में चिंतन करने के लिए पहुँच रही है।सूत्र बताते है की शिवराज सरकार मुख्यमंत्री सहित भोपाल से बस में सवार हो कर पचमढ़ी पहुँचेगी।ऐसे में यह बस इसी टूटी रैलिंग वाले पुल से हो कर गुजरेगी।अब देखना यह है की क्या पूरी सरकार के सड़क मार्ग से गुज़रने की पूर्व सूचना के बाद भी लापरवाह अधिकारी इस पुल की रैलिंग को सुधारेंगे या फिर सरकार को भी आम आदमी की तरह ही इसी पुल से गुजरना होगा।

-:एक दूसरे विभाग पर टाल रहे ज़िम्मेदारी-:

बरेली से पिपरिया तक की रोड मध्य प्रदेश सड़क विकास निगम द्वारा बनाई गई है।नर्मदा नदी पर बना पुल सेतु विकास निगम द्वारा बनाया गया है।अब दोनो ही विभाग एक दूसरे पर रैलिंग सुधारने की ज़िम्मेदारी डाला करते है।2 वर्षों से टूटी रैलिंग को सुधारने की ज़हमत स्थानीय अधिकारी भी नहीं उठा रहे है।

-: नर्मदा पूजन-दर्शन को रुक सकती है सरकारः-

भोपाल से बस में बैठ कर पचमढ़ी का सफ़र करने वाली सरकार इस पुल पर रुक कर माँ नर्मदा के दर्शन एवं पूजन कर सकती है।मुख्यमंत्री शिवराज का माँ नर्मदा के प्रति आदर और प्रेम जग ज़ाहिर है।यह पहला मौक़ा होगा जब पूरी कैबिनेट एक साथ माँ नर्मदा की पूजन एक साथ कर सकेगी।

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