माफिया को गड्ढों में गाड़ने से लेकर सड़क के“गड्ढों”तक आख़िर मुख्यमंत्री को क्यों दिखाने पड़ रहे है तीखे तेवर!


 

राजवर्धन बल्दुआ,भोपाल


कुछ माह पहले सूबे के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने माफिया को 10 फ़िट गहरे गड्ढे में गाड़ने की चेतावनी देते हुए कहा था की ग़लत काम करने वाला कोई भी बख्शा नहीं जाएगा।उस समय भी मुख्यमंत्री ने अपनी अफ़सरशाही को चेतावनी दी थी की माफिया को गड्ढों में गाड़ दो परंतु बेलगाम अफ़सरशाही ने मुख्यमंत्री की बात को गंभीरता से नहीं लिया।एक बार फिर चौहान को सड़कों पर हो रहे गड्ढों को लेकर काफ़ी सख़्त रुख़ के साथ देखा जा रहा है।प्रदेश की सड़कों पर गड्ढे हो रहे है और अफसर एक दूसरे विभाग पर इसका ठीकरा फोड़ने में लगे हुए है।इससे नाराज़ शिवराज ने जंहा CPA को बंद करने के निर्देश दिए तो वही लापरवाह अफ़सरों को आइना बताते हुए कहा की जनता गड्ढे गिनवा रही है।यह सब बिल्कुल नहीं चलेगा।

अमूमन शांत और हंसमुख रहने वाले शिवराज सिंह चौहान को आख़िर क्यों अपने तीखे तेवर दिखाने की ज़रूरत पड़ी इसको लेकर राजनीति के जानकारो की माने तो इस बार लाल फ़ीताशाही जनहित के निर्णय नहीं ले पा रही है।मुख्यमंत्री के साफ़ निर्देश है की जो जनता की सुनवाई नहीं कर सकता उसको पद पर रहने का हक़ नहीं है।वही जानकार कहते है की आने वाले समय में होने वाली बड़ी प्रशासनिक सर्जरी में भी इसका असर देखने को मिलेगा।मुख्यमंत्री को क़रीब से जानने वाले लोगों की माने तो भाई साहब ऐसे ही नाराज़ नहीं हुए है।प्रदेश भर से लगातार शिकायत आ रही है।ऐसे में सरकार पर ऊँगली उठती है।इसके चलते ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश में फैली अव्यवस्था पर नाराज़गी ज़ाहिर कर रहे है।

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