हनी ट्रेप मामले की जांच कर रही हैं या उसमें शामिल ताकतवर अय्याशों को बचा रही हैं इंदौर पुलिस!
भोपाल-: मध्य प्रदेश के हाई प्रोफाइल हनी ट्रेप मामले की जांच इंदौर पुलिस के पास हैं।लगभग 1 माह से भी ज्यादा समय से इंदौर पुलिस इस मामले की जांच कर रही हैं।प्रदेश सरकार भी 3 बार SIT चीफ बदल चुकी हैं।परंतु ताजे घटना क्रम में ऐसा लग रहा हैं कि इंदौर पुलिस इस मामले में शामिल ताकतवर अय्याशों को बचाने में जुटी हैं।जिनमें कांग्रेस-भाजपा के नेताओ सहित वरिष्ठ IAS, IPS सहित दिल्ली तक के पत्रकार और बिल्डर शामिल हैं।दरअसल हनी ट्रेप मामले में नया मोड़ जब आया की इंदौर के एक सांध्य दैनिक अखबार सांझा लोक स्वामी ने भाजपा के पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा का कथित अश्लील वीडियो वायरल कर दिया इसके बाद इस अखबार ने शिवराज सरकार में ताकतवर रहे IAS
एस.के मिश्रा की काल रिकार्डिंग भी वायरल कर दी जो की ब्लैक मेलिंग के इस खेल में शामिल बालाओं के साथ थी।परंतु इससे घबराई कमलनाथ सरकार ने पुलिस बल का दुरुपयोग कर शनिवार को देर रात इंदौर के सांझा लोकस्वामी के दफ्तर सहित कई ठिकानों पर छापा मार कार्यवाही करते हुए अखबार के दफ्तर सील कर इनके मालिको सहित स्टाफ पर विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया हैं।मामले की जानकारी देने मीडिया से रु ब रु हुई इंदौर SSP रुचिवर्धन मिश्र ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि जो भी इस (हनी ट्रेप ) मामले की वीडियो लीक करेगा उस पर कार्यवाही होगी।इसका सीधा मतलब यह निकाला जा रहा हैं कि इंदौर पुलिस इन ताकतवर अय्याशों को बचाने के लिए काम कर रही हैं।जबकि पुलिस का काम इतने बड़े स्कैंडल को उजागर करना था।जानकारों की माने तो इंदौर SSP रुचिवर्धन खुद इस मिजाज की नहीं हैं परंतु उनके ऊपर भी बहुत प्रेशर हैं जिसके चलते सांझा लोकस्वामी अखबार के दफ्तर को सील किया गया हैं।वही बड़ा सवाल यह हैं कि आखिर पुलिस और SIT के पास जो वीडियो थे उनको सांझा लोकस्वामी अखबार को किसने दिया हैं।जिसका जवाब न तो सरकार के पास हैं न ही इंदौर की तेज तर्रार मानी जाने वाली SSP रुचिवर्धन के पास हैं।
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