मतदान केंद्रों पर प्रचार कर रहे "भगवान" के फोटो हटवाए
मतदान केंद्रों पर प्रचार कर रहे "भगवान" के फोटो हटवाए!
पिपरिया-:लोकसभा चुनाव के लिए आज इलाके में भारी उत्साह के साथ मतदान चल रहा हैं।यंहा अचार सहिंता का इतना ख़ौफ़ हैं कि मतदान केंद्र जो की ज्यादातर स्कूल-कालेज में बनाए गए हैं।उनमें लगे भगवान के फोटो को चुनाव में लगे अधिकारियों-कर्मचारियों ने हटवा दिया हैं।इसमें तर्क दिया जा रहा हैं कि कई भगवान चुनाव में खड़े हुए पार्टी प्रत्याशी का प्रचार कर रहे हैं।आम आदमी को सुनने में यह बात अटपटी जरूर लगे परंतु निर्वाचन से जुड़े लोग यही मानते हैं।चुनाव डियूटी कर रहे एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि कई स्कूलों में सरस्वती जी सहित गणेश जी और अन्य भगवानों की ऐसी फोटो लगी हैं।जो अपने एक हाथ से आशीर्वाद दे रही हैं।इन फोटो से कांग्रेस के हाथ के पंजा चुनाव चिन्ह का प्रचार हो रहा हैं।वही कई जगह माता लक्ष्मी कमल फूल पर विराजमान हो कर हाथी के साथ खड़ी हैं।ऐसी फोटो से भाजपा और बहुजन समाज पार्टी के चुनाव चिन्ह का प्रचार हो रहा था।इन फोटो को देख कर वोटर प्रभावित हो सकते हैं।तभी इन देवी देवताओं के फोटो हटा दिए गए हैं।वही जागरूक नागरिकों को कहना हैं कि स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थी अपने भगवानों के फोटो लगाते हैं जो अनादि काल से इस मुद्रा में पूजे जाते हैं।परंतु फिर भी चुनाव आयोग ऐसे बेतुके आदेश जारी कर देता हैं।जिससे लोगो की भावनाओ को ठेस पहुंचती हैं।
पिपरिया-:लोकसभा चुनाव के लिए आज इलाके में भारी उत्साह के साथ मतदान चल रहा हैं।यंहा अचार सहिंता का इतना ख़ौफ़ हैं कि मतदान केंद्र जो की ज्यादातर स्कूल-कालेज में बनाए गए हैं।उनमें लगे भगवान के फोटो को चुनाव में लगे अधिकारियों-कर्मचारियों ने हटवा दिया हैं।इसमें तर्क दिया जा रहा हैं कि कई भगवान चुनाव में खड़े हुए पार्टी प्रत्याशी का प्रचार कर रहे हैं।आम आदमी को सुनने में यह बात अटपटी जरूर लगे परंतु निर्वाचन से जुड़े लोग यही मानते हैं।चुनाव डियूटी कर रहे एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि कई स्कूलों में सरस्वती जी सहित गणेश जी और अन्य भगवानों की ऐसी फोटो लगी हैं।जो अपने एक हाथ से आशीर्वाद दे रही हैं।इन फोटो से कांग्रेस के हाथ के पंजा चुनाव चिन्ह का प्रचार हो रहा हैं।वही कई जगह माता लक्ष्मी कमल फूल पर विराजमान हो कर हाथी के साथ खड़ी हैं।ऐसी फोटो से भाजपा और बहुजन समाज पार्टी के चुनाव चिन्ह का प्रचार हो रहा था।इन फोटो को देख कर वोटर प्रभावित हो सकते हैं।तभी इन देवी देवताओं के फोटो हटा दिए गए हैं।वही जागरूक नागरिकों को कहना हैं कि स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थी अपने भगवानों के फोटो लगाते हैं जो अनादि काल से इस मुद्रा में पूजे जाते हैं।परंतु फिर भी चुनाव आयोग ऐसे बेतुके आदेश जारी कर देता हैं।जिससे लोगो की भावनाओ को ठेस पहुंचती हैं।
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