फर्टीलाइजर संघ में अलग पड़े 4 बड़े व्यापारी,छोटे दुकानदारों ने किया विरोध!
फर्टीलाइजर संघ में अलग पड़े 4 बड़े व्यापारी,छोटे दुकानदारों ने किया विरोध!
पिपरिया-:SDM मदन सिंह रघुवंशी की कार्यवाही का विरोध कर ज्ञापन सौंप शहर की कीटनाशक दुकान बंद करवाने वाले 4 बड़े व्यापरियों का अब कीटनाशक संघ के अन्य सदस्यों ने विरोध कर दिया हैं।संघ में शामिल इन छोटे दुकानदारों के अनुसार यह 4 व्यापारी ही हर बार कलाबाजारी कर सभी को बदनाम किया करते हैं।इस बार भी जब SDM ने शेर सिंह दुदानी और अतुल अग्रवाल की दुकानों पर कलेक्टर के आदेश पर जांच करी तो इन लोगों ने कीटनाशक संघ की आड़ ले कर SDM को ज्ञापन दे कर दुकानों की हड़ताल करा दी।वही अब छोटे दुकानदारों ने तो शनिवार को अपनी दुकानें खोल ली।परन्तु यह बड़े व्यापारी अपनी दुकान को बंद रख प्रशासन का विरोध करते रहे।वही छोटे कीटनाशक दुकानदारों का कहना था कि यह लोग ही यूरिया से लेकर नकली कीटनाशक की कालाबाजारी किया करते हैं।इन लोगों के वेयर हाउस का भी धंधा हैं जिसमें यह लोग कीटनाशक-यूरिया का भंडारण कर लाखो रुपये कमाते हैं।परंतु जब प्रशासन निरीक्षण या कार्यवाही किया करता हैं तो यह लोग हमारे ऊपर कार्यवाही का विरोध करने का दबाव बनाया करते हैं।पिपरिया कीटनाशक संघ में कई सदस्यों ने इन 4 व्यापरियों का खुलकर विरोध भी किया हैं।वही इन 4 व्यापरियों में शेर सिंह दुदानी,आशीष सोडानी,अतुल अग्रवाल, दिलीप दुदानी शामिल हैं।इस विरोध के बाद अलग-थलग पड़े इन 4 व्यापरियों ने एक होटल में बैठक कर घंटो चिंतन मंथन किया हैं।वही इन 4 व्यापरियों को होशंगाबाद DDA का खुला संरक्षण प्राप्त हैं।तभी यूरिया को अधिक रेट पर बेचने के मामला हो या फिर जैविक के नाम पर रासायनिक कीटनाशक की पैकिंग कर बेचने का मामला हो इन व्यापारियों पर कोई कड़ी कार्यवाही नहीं हुआ करती हैं।हर बार DDA कार्यालय से इनको नोटिस दे कर छोड़ दिया जाता हैं।
पिपरिया-:SDM मदन सिंह रघुवंशी की कार्यवाही का विरोध कर ज्ञापन सौंप शहर की कीटनाशक दुकान बंद करवाने वाले 4 बड़े व्यापरियों का अब कीटनाशक संघ के अन्य सदस्यों ने विरोध कर दिया हैं।संघ में शामिल इन छोटे दुकानदारों के अनुसार यह 4 व्यापारी ही हर बार कलाबाजारी कर सभी को बदनाम किया करते हैं।इस बार भी जब SDM ने शेर सिंह दुदानी और अतुल अग्रवाल की दुकानों पर कलेक्टर के आदेश पर जांच करी तो इन लोगों ने कीटनाशक संघ की आड़ ले कर SDM को ज्ञापन दे कर दुकानों की हड़ताल करा दी।वही अब छोटे दुकानदारों ने तो शनिवार को अपनी दुकानें खोल ली।परन्तु यह बड़े व्यापारी अपनी दुकान को बंद रख प्रशासन का विरोध करते रहे।वही छोटे कीटनाशक दुकानदारों का कहना था कि यह लोग ही यूरिया से लेकर नकली कीटनाशक की कालाबाजारी किया करते हैं।इन लोगों के वेयर हाउस का भी धंधा हैं जिसमें यह लोग कीटनाशक-यूरिया का भंडारण कर लाखो रुपये कमाते हैं।परंतु जब प्रशासन निरीक्षण या कार्यवाही किया करता हैं तो यह लोग हमारे ऊपर कार्यवाही का विरोध करने का दबाव बनाया करते हैं।पिपरिया कीटनाशक संघ में कई सदस्यों ने इन 4 व्यापरियों का खुलकर विरोध भी किया हैं।वही इन 4 व्यापरियों में शेर सिंह दुदानी,आशीष सोडानी,अतुल अग्रवाल, दिलीप दुदानी शामिल हैं।इस विरोध के बाद अलग-थलग पड़े इन 4 व्यापरियों ने एक होटल में बैठक कर घंटो चिंतन मंथन किया हैं।वही इन 4 व्यापरियों को होशंगाबाद DDA का खुला संरक्षण प्राप्त हैं।तभी यूरिया को अधिक रेट पर बेचने के मामला हो या फिर जैविक के नाम पर रासायनिक कीटनाशक की पैकिंग कर बेचने का मामला हो इन व्यापारियों पर कोई कड़ी कार्यवाही नहीं हुआ करती हैं।हर बार DDA कार्यालय से इनको नोटिस दे कर छोड़ दिया जाता हैं।
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