भगवान भरोसे पिपरिया की ट्रेफिक व्यवस्था!
भगवान भरोसे पिपरिया की ट्रेफिक व्यवस्था!
पिपरिया-:नगर में इन दिनों पल पल पर लंबा ट्रेफिक जाम लग रहा हैं।कस्बाई नगर दिनों किसी मेट्रो की तरह नजर आ रहा हैं।वही आम जनता को इस जाम से सबसे ज्यादा परेशानी हो रही हैं।मंगलवारा चौक हो या फिर मस्जिद के सामने की सड़क यह सभी स्थान थाने के पास ही हैं परंतु कोई भी धयान देने वाला नहीं हैं।इसी तरह से सीमेंट रोड से रैक पाइंट जाने वाली सड़क पर यह स्थिति हैं कि आम पैदल चलने वालों के ऊपर कब ट्रक चढ़ जाए कोई भरोसा नहीं हैं।वही वर्तमान में गल्ला मंडी परिसर में तो ट्रेक्टर-ट्राली की बाढ़ सी आ गई हैं।पूरे शहर में यह ट्रालियां जाम लगा रही हैं।वही सांडिया रोड पर थाने के सामने ऑटो वालो ने अपना स्टैंड बना कर रखा हैं।यह ऑटो वाले पुलिस खुला चैलेंज देते नजर आते हैं।परंतु इसके बाद भी पुलिस कुछ नहीं कर पाती हैं।वही नए बस स्टैंड पर तो और भी बुरे हाल हैं।यंहा तो स्टैंड के मुख्य गेट से लेकर कालेज तक बीच रोड पर ही बसें और ऑटो सवारी बैठाया करते हैं।जिससे जाम की स्थित बनी रहती हैं।जबकि यंहा पर ट्रैफिक का एक जवान तैनात रहा करता हैं।जो अपनी ड्यूटी से ज्यादा बस-ऑटो वालो से दोस्ती गांठते दिखाई देते हैं।पूरे शहर का ट्रेफिक जानलेवा हो चुका हैं परंतु जिम्मेदार आंख बंद करके बैठे हुए हैं।
पिपरिया-:नगर में इन दिनों पल पल पर लंबा ट्रेफिक जाम लग रहा हैं।कस्बाई नगर दिनों किसी मेट्रो की तरह नजर आ रहा हैं।वही आम जनता को इस जाम से सबसे ज्यादा परेशानी हो रही हैं।मंगलवारा चौक हो या फिर मस्जिद के सामने की सड़क यह सभी स्थान थाने के पास ही हैं परंतु कोई भी धयान देने वाला नहीं हैं।इसी तरह से सीमेंट रोड से रैक पाइंट जाने वाली सड़क पर यह स्थिति हैं कि आम पैदल चलने वालों के ऊपर कब ट्रक चढ़ जाए कोई भरोसा नहीं हैं।वही वर्तमान में गल्ला मंडी परिसर में तो ट्रेक्टर-ट्राली की बाढ़ सी आ गई हैं।पूरे शहर में यह ट्रालियां जाम लगा रही हैं।वही सांडिया रोड पर थाने के सामने ऑटो वालो ने अपना स्टैंड बना कर रखा हैं।यह ऑटो वाले पुलिस खुला चैलेंज देते नजर आते हैं।परंतु इसके बाद भी पुलिस कुछ नहीं कर पाती हैं।वही नए बस स्टैंड पर तो और भी बुरे हाल हैं।यंहा तो स्टैंड के मुख्य गेट से लेकर कालेज तक बीच रोड पर ही बसें और ऑटो सवारी बैठाया करते हैं।जिससे जाम की स्थित बनी रहती हैं।जबकि यंहा पर ट्रैफिक का एक जवान तैनात रहा करता हैं।जो अपनी ड्यूटी से ज्यादा बस-ऑटो वालो से दोस्ती गांठते दिखाई देते हैं।पूरे शहर का ट्रेफिक जानलेवा हो चुका हैं परंतु जिम्मेदार आंख बंद करके बैठे हुए हैं।
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