मुसिबत में सभी को भगवान याद आतें हैं।फिर चाहे वह राहुल गांधी ही क्यों न हो!
मुसिबत में सभी को भगवान याद आतें हैं।फिर चाहे वह राहुल गांधी ही क्यों न हो!
भोपाल। कहते हैं कि मुसिबत में सभी को भगवान ही याद आते हैं फिर चाहे वह राहुल गांधी ही क्यों न हो दरअसल 4 साल पहले तक राहुल गांधी देश के सबसे ताकतवर परिवार के राजकुमार थे।परंतु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आंधी ने राहुल और कांग्रेस का देश भर में पत्ता साफ कर दिया हैं।वही अब राहुल गांधी का भविष्य साल अंत में होने वाले 4 राज्यों के चुनाव पर टीका हुआ हैं।
इसके चलते ही राहुल गांधी म.प्र में चुनाव दौरों की शुरुआत भगवान भोले नाथ के दर से शुरू करने वाले हैं।सूत्रों की माने तो निमाड़ के ओमकारेश्वर मंदिर से पूजन-अर्चन कर राहुल मध्य प्रदेश में कांग्रेस के प्रचार का बिगुल फूंक सकते हैं।वही सूत्र बताते हैं कि खंडवा के धूनी वाले दादा दरबार में भी राहुल गांधी हाजरी लगा सकते हैं।क्योंकि म.प्र के पूर्व कांग्रेस अद्यक्ष अरुण यादव इस समय अपने आप को तव्वजो नहीं मिलने से नाराज चल रहे हैं।इसके चलते ही यादव को राहुल के चुनाव प्रचार समिति का दायित्व दिया जा रहा हैं।गौरतलब हैं कि इसके पहले कर्नाटक चुनाव में राहुल गांधी ने मानसरोवर यात्रा करने की घोषणा की थी।इसके साथ ही हाल ही में लोक सभा में अविश्वास पर बोलते हुए उनने भगवान भोले नाथ को याद किया था।परंतु राहुल कर्नाटक चुनाव के बाद कैलाश मानसरोवर की यात्रा का अपना वादा आज तक नहीं निभा सके हैं।वही राजनैतिक जानकारों की माने तो इन 4 राज्यो में कांग्रेस और राहुल गांधी के लिए करो या मरो की स्थिति हैं।यदि इन चुनावों में राहुल गांधी कुछ करिश्मा नहीं कर सके तो आने वाले आम चुनाव कांग्रेस को फिर विपक्ष में बैठने को मजबूर कर देंगें।
भोपाल। कहते हैं कि मुसिबत में सभी को भगवान ही याद आते हैं फिर चाहे वह राहुल गांधी ही क्यों न हो दरअसल 4 साल पहले तक राहुल गांधी देश के सबसे ताकतवर परिवार के राजकुमार थे।परंतु प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आंधी ने राहुल और कांग्रेस का देश भर में पत्ता साफ कर दिया हैं।वही अब राहुल गांधी का भविष्य साल अंत में होने वाले 4 राज्यों के चुनाव पर टीका हुआ हैं।
इसके चलते ही राहुल गांधी म.प्र में चुनाव दौरों की शुरुआत भगवान भोले नाथ के दर से शुरू करने वाले हैं।सूत्रों की माने तो निमाड़ के ओमकारेश्वर मंदिर से पूजन-अर्चन कर राहुल मध्य प्रदेश में कांग्रेस के प्रचार का बिगुल फूंक सकते हैं।वही सूत्र बताते हैं कि खंडवा के धूनी वाले दादा दरबार में भी राहुल गांधी हाजरी लगा सकते हैं।क्योंकि म.प्र के पूर्व कांग्रेस अद्यक्ष अरुण यादव इस समय अपने आप को तव्वजो नहीं मिलने से नाराज चल रहे हैं।इसके चलते ही यादव को राहुल के चुनाव प्रचार समिति का दायित्व दिया जा रहा हैं।गौरतलब हैं कि इसके पहले कर्नाटक चुनाव में राहुल गांधी ने मानसरोवर यात्रा करने की घोषणा की थी।इसके साथ ही हाल ही में लोक सभा में अविश्वास पर बोलते हुए उनने भगवान भोले नाथ को याद किया था।परंतु राहुल कर्नाटक चुनाव के बाद कैलाश मानसरोवर की यात्रा का अपना वादा आज तक नहीं निभा सके हैं।वही राजनैतिक जानकारों की माने तो इन 4 राज्यो में कांग्रेस और राहुल गांधी के लिए करो या मरो की स्थिति हैं।यदि इन चुनावों में राहुल गांधी कुछ करिश्मा नहीं कर सके तो आने वाले आम चुनाव कांग्रेस को फिर विपक्ष में बैठने को मजबूर कर देंगें।
Leave a Comment