पिपरिया के व्यापारी क्या "अपराधी"! हैं
पिपरिया के व्यापारी क्या "अपराधी"! हैं
पिपरिया--अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही के दौरान पिपरिया के व्यापारियों से अपराधियों जैसा व्यव्हार किया गया।कई जगह तो प्रशासन एवँ नगर पालिका ने चीन चीन कर अतिक्रमण हटाया तो वही पिपरिया के व्यापारियों को नोटिस तक दिए गए इस दौरान सड़क किनारे ठेले लगाने वालो को तो दिन दिन भर थाने में बैठा कर रखा गया। अतिक्रमण का विरोध कर रहे 3 युवको पर तो 151 की कार्यवाही कर दी गई।अतिक्रमण कार्यवाही ख़त्म होने के बाद अब शहर के कई व्यापारी SDM कोर्ट के चक्कर लगाने को मजबूर हैं।यंहा व्यापारियों को बॉन्ड ओवर किया जा रहा हैं। वही इस भेदभाव पूर्ण कार्यवाही के विरोध में व्यापरियों का कहना हैं की हमें अपराधी समझा जा रहा हैं।हम से 50-50 हजार के बांड भरवाये जा रहे हैं।वही शहर में अपराधिक गतिविधियों पर कोई लगाम नहीं लगाई जा रही हैं। व्यापारियों के साथ हो रहे इस अत्याचार पर सत्ताधारी दल के नेता भी चुप्पी साधे हुए हैं।दुसरी ओर व्यापारिक संग़ठन के नेता भी इन व्यापारियों का साथ नहीं दे रहे हैं।बांड ओवर हुए व्यापारियों की माने तो बीजेपी व्यापारियों को संरक्षण नहीं दे पा रही हैं।स्थानीय स्तर पर बीजेपी नेताओ में भारी गुटबाजी चल रही हैं।जिसका खामियाजा व्यापारी भुगत रहे हैं।वही विपक्षी दल भी मरणासन्न स्तिथी में पड़े हुए हैं। जो की जनता को उसके दर्द के साथ सिर्फ इसलिए छोड़ रहे हैं की अगली बार जनता उनको वोट दे।
पिपरिया--अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही के दौरान पिपरिया के व्यापारियों से अपराधियों जैसा व्यव्हार किया गया।कई जगह तो प्रशासन एवँ नगर पालिका ने चीन चीन कर अतिक्रमण हटाया तो वही पिपरिया के व्यापारियों को नोटिस तक दिए गए इस दौरान सड़क किनारे ठेले लगाने वालो को तो दिन दिन भर थाने में बैठा कर रखा गया। अतिक्रमण का विरोध कर रहे 3 युवको पर तो 151 की कार्यवाही कर दी गई।अतिक्रमण कार्यवाही ख़त्म होने के बाद अब शहर के कई व्यापारी SDM कोर्ट के चक्कर लगाने को मजबूर हैं।यंहा व्यापारियों को बॉन्ड ओवर किया जा रहा हैं। वही इस भेदभाव पूर्ण कार्यवाही के विरोध में व्यापरियों का कहना हैं की हमें अपराधी समझा जा रहा हैं।हम से 50-50 हजार के बांड भरवाये जा रहे हैं।वही शहर में अपराधिक गतिविधियों पर कोई लगाम नहीं लगाई जा रही हैं। व्यापारियों के साथ हो रहे इस अत्याचार पर सत्ताधारी दल के नेता भी चुप्पी साधे हुए हैं।दुसरी ओर व्यापारिक संग़ठन के नेता भी इन व्यापारियों का साथ नहीं दे रहे हैं।बांड ओवर हुए व्यापारियों की माने तो बीजेपी व्यापारियों को संरक्षण नहीं दे पा रही हैं।स्थानीय स्तर पर बीजेपी नेताओ में भारी गुटबाजी चल रही हैं।जिसका खामियाजा व्यापारी भुगत रहे हैं।वही विपक्षी दल भी मरणासन्न स्तिथी में पड़े हुए हैं। जो की जनता को उसके दर्द के साथ सिर्फ इसलिए छोड़ रहे हैं की अगली बार जनता उनको वोट दे।
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