राजनीति तो राजनीति व्यापार में भी "नेता जी" की सीढी हटा रहे विरोधी
राजनीति तो राजनीति व्यापार में भी "नेता जी" की सीढी हटा रहे विरोधी
पिपरिया-सोमवार को शहर में एक अजब सा नजारा देखने को मिला यंहा SDM के साथ नगर पालिका अमला अतिक्रमण हटाने के लिए सड़को पर उतरा।इस दौरान शहर के लोगों का चीन-चीन कर अतिक्रमण हटाया गया।सबसे रोचक किस्सा "नेताजी"उर्फ बीजेपी के पूर्व जिला अद्यक्ष "संपत मूंदडा" की दुकान पर घटित हुआ यंहा पर रखी लोहे की सीढ़ियों को अतिक्रमण अमले ने जप्त कर लिया। मंगलवारा बाजार इलाके में केवल "नेता जी" की ही दुकान की सीढी जप्त करी गई।जबकी यंहा कई धन्ना सेठों ने सैंकड़ों फुट पक्का अतिक्रमण करके रखा हैं।बीजेपी के पूर्व "जिला अद्यक्ष" की दुकान पर हुई इस कार्यवाही को देखने वालो की माने तो कुछ समय पहले ही बीजेपी में "नेता जी" के विरोधीयों ने उनसे "जिला अद्यक्ष" का पद छिन लिया तो वही अब उनकी दुकान पर चढ़ने वाली सीढ़ियो को भी अदने से नगर पालिका कर्मचारियों ने जप्त करने की हिमाकत कर डाली हैं।दरअसल "मूंदड़ा"के राजनितिक विरोधियों में शामिल वर्तमान बीजेपी जिला अद्यक्ष "हरिशंकर जायसवाल" के पुत्र "राजीव जायसवाल" इन दिनों नगर पालिका के अद्यक्ष हैं।यह वही राजीव जायसवाल हैं। जिन्हें "मूंदड़ा"के जिला अद्यक्ष रहते हुए बीजेपी का टिकिट मिला। परंतु आज पिपरिया नगर पालिका के कर्मचारियों ने ही बीजेपी के इस कद्दावर नेता की दुकान को ही निशाना बना दिया। विधायक "ठाकुर दास नागवंशी" के समर्थक रहे "नेता जी" की दुकान से उस समय सीढीयां हटाई गई जब वह दुकान पर मौजूद नहीं थे।बीजेपी कार्यकर्ताओ की माने तो जब "नागवंशी"की विधायक टिकिट खतरे में थी तब "मूंदडा" ने ही अपना वीटो पॉवर लगा नागवंशी की टिकिट को कटने से बचाया।परंतु "मूंदड़ा" का जिला अद्यक्ष पद जाते ही विधायक गुट ने भी उन्हें चाय में से "मक्खी" की तरह निकल फेंक दिया।अब स्तिथी यह आ गई हैं की नेता जी के राजनितिक विरोधी ऐसी ओछी हरकत करने लगे हैं। इस मुद्दे पर संपत मूंदड़ा का कहना हैं की जानबूझकर नगर पालिका और प्रशासनिक अधिकारीयों ने यह कार्यवाही मेरी गैर मौजूदगी में दुकान पर की हैं। जबकी पुरानी गल्ला मंडी में एक कांग्रेस नेता का अतिक्रमण SDM इसलिए नहीं हटवा पा रहे हैं क्योंकी वह आये दिन वह उस होटल में दोस्ती निभाने जाते हैं। श्री मूंदड़ा की माने तो वह इस कार्यवाही की जानकारी मुख्यमन्त्री जी को निजी रूप से देंगें।जिससे उनके खिलाफ षड्यंत्र करने वाले सामने आ सके।इस कार्यकही के बाद जब "संपत मूंदड़ा" ने विरोध कर बीजेपी जनप्रतिनिधियों को चेताया तो नगर पालिका अद्यक्ष राजीव जायसवाल ने स्वयं खड़े होकर नेता जी की सीढियां फिर से दुकान पर रखवाई।
पिपरिया-सोमवार को शहर में एक अजब सा नजारा देखने को मिला यंहा SDM के साथ नगर पालिका अमला अतिक्रमण हटाने के लिए सड़को पर उतरा।इस दौरान शहर के लोगों का चीन-चीन कर अतिक्रमण हटाया गया।सबसे रोचक किस्सा "नेताजी"उर्फ बीजेपी के पूर्व जिला अद्यक्ष "संपत मूंदडा" की दुकान पर घटित हुआ यंहा पर रखी लोहे की सीढ़ियों को अतिक्रमण अमले ने जप्त कर लिया। मंगलवारा बाजार इलाके में केवल "नेता जी" की ही दुकान की सीढी जप्त करी गई।जबकी यंहा कई धन्ना सेठों ने सैंकड़ों फुट पक्का अतिक्रमण करके रखा हैं।बीजेपी के पूर्व "जिला अद्यक्ष" की दुकान पर हुई इस कार्यवाही को देखने वालो की माने तो कुछ समय पहले ही बीजेपी में "नेता जी" के विरोधीयों ने उनसे "जिला अद्यक्ष" का पद छिन लिया तो वही अब उनकी दुकान पर चढ़ने वाली सीढ़ियो को भी अदने से नगर पालिका कर्मचारियों ने जप्त करने की हिमाकत कर डाली हैं।दरअसल "मूंदड़ा"के राजनितिक विरोधियों में शामिल वर्तमान बीजेपी जिला अद्यक्ष "हरिशंकर जायसवाल" के पुत्र "राजीव जायसवाल" इन दिनों नगर पालिका के अद्यक्ष हैं।यह वही राजीव जायसवाल हैं। जिन्हें "मूंदड़ा"के जिला अद्यक्ष रहते हुए बीजेपी का टिकिट मिला। परंतु आज पिपरिया नगर पालिका के कर्मचारियों ने ही बीजेपी के इस कद्दावर नेता की दुकान को ही निशाना बना दिया। विधायक "ठाकुर दास नागवंशी" के समर्थक रहे "नेता जी" की दुकान से उस समय सीढीयां हटाई गई जब वह दुकान पर मौजूद नहीं थे।बीजेपी कार्यकर्ताओ की माने तो जब "नागवंशी"की विधायक टिकिट खतरे में थी तब "मूंदडा" ने ही अपना वीटो पॉवर लगा नागवंशी की टिकिट को कटने से बचाया।परंतु "मूंदड़ा" का जिला अद्यक्ष पद जाते ही विधायक गुट ने भी उन्हें चाय में से "मक्खी" की तरह निकल फेंक दिया।अब स्तिथी यह आ गई हैं की नेता जी के राजनितिक विरोधी ऐसी ओछी हरकत करने लगे हैं। इस मुद्दे पर संपत मूंदड़ा का कहना हैं की जानबूझकर नगर पालिका और प्रशासनिक अधिकारीयों ने यह कार्यवाही मेरी गैर मौजूदगी में दुकान पर की हैं। जबकी पुरानी गल्ला मंडी में एक कांग्रेस नेता का अतिक्रमण SDM इसलिए नहीं हटवा पा रहे हैं क्योंकी वह आये दिन वह उस होटल में दोस्ती निभाने जाते हैं। श्री मूंदड़ा की माने तो वह इस कार्यवाही की जानकारी मुख्यमन्त्री जी को निजी रूप से देंगें।जिससे उनके खिलाफ षड्यंत्र करने वाले सामने आ सके।इस कार्यकही के बाद जब "संपत मूंदड़ा" ने विरोध कर बीजेपी जनप्रतिनिधियों को चेताया तो नगर पालिका अद्यक्ष राजीव जायसवाल ने स्वयं खड़े होकर नेता जी की सीढियां फिर से दुकान पर रखवाई।
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