पिपरिया टोल नाके ने लीक करी "ऑपरेशन isis" की सीसी टीवी फुटेज
पिपरिया टोल नाके ने लीक करी "ऑपरेशन isis" की सीसी टीवी फुटेज
पिपरिया-मंगलवार को सूबे में उज्जैन पैसेंजर ट्रेन के अंदर पाइप बम धमाका करने वाले अन्तर्राष्ट्रीय आतंकवादी संगठन isis के 3 संदिग्धों को पिपरिया पुलिस ने "चेतक टोल" नाके पर पकड़ा था। यह तीनो एक बस में आम यात्रियों की तरह सवारी कर भोपाल से पिपरिया का टिकिट ले यात्रा कर रहे थे।इन संदिग्धों को बस में सवार IB के जवानो की निशानदेही पर पिपरिया पुलिस ने चेतक टोल नाके पर बस को रुकवा कर पकड़ा गया। वही जब पुलिस फ़ोर्स ने टोल नाके पर इनको पकड़ा तो उस वाक्ये की पूरी रिकार्डिंग नाके पर लगे सीसी टीवी कैमरे में कैद हो रही थी। वही बाद में इस रिकार्डिंग को टोल नाका प्रबंधन ने लिक कर दिया।जिसके बाद सीसी टीवी में पुलिस कार्यवाही की यह रिकार्डिंग कई "न्यूज़ चैनल" और सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। जिसमे पिपरिया पुलिस संदिग्धों को बस से उतारती दिख रही हैं।इसमें isis ऑपरेशन प्रभारी sdop अर्जुन उइके और उनका स्टाफ संदिग्धों को बस से उतारता साफ-साफ दिख रहा हैं।इस फुटेज में बकायदा समय की घड़ी भी चल रही हैं। वही पुलिस सूत्रों की माने तो टोल नाका प्रबन्धन को बिना सुरक्षा एजेंसी और पुलिस से इजाजत लिए यह फुटेज किसी को नहीं देना था। ऑपरेशन isis में शामिल पुलिस टीम के सदस्यों का कहना हैं की आतंकवादी बदले की भावना से कार्य करते हैं।टोल नाके की गलती हम पर और हमारे पुरे परिवार पर भारी पड़ सकती हैं।वही कानून के जानकारों की माने तो टोल नाके के सीसी टीवी के यह फुटेज इन आतंकवादियो की कोर्ट में मदद कर सकते हैं।इसका फायदा आरोपियों का बचाव वकील उठा सकता हैं। इस "ऑपरेशन isis' में शामिल पिपरिया sdop अर्जुन उइके ने चेतक टोल नाका प्रबन्धन की शिकायत वरिष्ठ पुलिस अधिकारीयों से की हैं। वही पुलिस सूत्रों के अनुसार होशंगाबाद से लेकर भोपाल-दिल्ली तक तमाम् केंद्रीय सुरक्षा एजेन्सियों ने भी चेतक टोल नाका प्रबन्धन
के इस गैर जिम्मेदारना रवैये को गंभीरता से लिया हैं। अब देखना यह हैं की इस मामले में पुलिस टोल नाका प्रबन्धन पर क्या कार्यवाही करती हैं।
पिपरिया-मंगलवार को सूबे में उज्जैन पैसेंजर ट्रेन के अंदर पाइप बम धमाका करने वाले अन्तर्राष्ट्रीय आतंकवादी संगठन isis के 3 संदिग्धों को पिपरिया पुलिस ने "चेतक टोल" नाके पर पकड़ा था। यह तीनो एक बस में आम यात्रियों की तरह सवारी कर भोपाल से पिपरिया का टिकिट ले यात्रा कर रहे थे।इन संदिग्धों को बस में सवार IB के जवानो की निशानदेही पर पिपरिया पुलिस ने चेतक टोल नाके पर बस को रुकवा कर पकड़ा गया। वही जब पुलिस फ़ोर्स ने टोल नाके पर इनको पकड़ा तो उस वाक्ये की पूरी रिकार्डिंग नाके पर लगे सीसी टीवी कैमरे में कैद हो रही थी। वही बाद में इस रिकार्डिंग को टोल नाका प्रबंधन ने लिक कर दिया।जिसके बाद सीसी टीवी में पुलिस कार्यवाही की यह रिकार्डिंग कई "न्यूज़ चैनल" और सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। जिसमे पिपरिया पुलिस संदिग्धों को बस से उतारती दिख रही हैं।इसमें isis ऑपरेशन प्रभारी sdop अर्जुन उइके और उनका स्टाफ संदिग्धों को बस से उतारता साफ-साफ दिख रहा हैं।इस फुटेज में बकायदा समय की घड़ी भी चल रही हैं। वही पुलिस सूत्रों की माने तो टोल नाका प्रबन्धन को बिना सुरक्षा एजेंसी और पुलिस से इजाजत लिए यह फुटेज किसी को नहीं देना था। ऑपरेशन isis में शामिल पुलिस टीम के सदस्यों का कहना हैं की आतंकवादी बदले की भावना से कार्य करते हैं।टोल नाके की गलती हम पर और हमारे पुरे परिवार पर भारी पड़ सकती हैं।वही कानून के जानकारों की माने तो टोल नाके के सीसी टीवी के यह फुटेज इन आतंकवादियो की कोर्ट में मदद कर सकते हैं।इसका फायदा आरोपियों का बचाव वकील उठा सकता हैं। इस "ऑपरेशन isis' में शामिल पिपरिया sdop अर्जुन उइके ने चेतक टोल नाका प्रबन्धन की शिकायत वरिष्ठ पुलिस अधिकारीयों से की हैं। वही पुलिस सूत्रों के अनुसार होशंगाबाद से लेकर भोपाल-दिल्ली तक तमाम् केंद्रीय सुरक्षा एजेन्सियों ने भी चेतक टोल नाका प्रबन्धन
के इस गैर जिम्मेदारना रवैये को गंभीरता से लिया हैं। अब देखना यह हैं की इस मामले में पुलिस टोल नाका प्रबन्धन पर क्या कार्यवाही करती हैं।
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