पिपरिया की तिरंगा यात्रा से सांसद ने बनाई दूरी
पिपरिया की तिरंगा यात्रा से सांसद ने बनाई दूरी
पिपरिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देष पर भाजपा सांसद अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्र में तिरंगा यात्रा निकाल रहे है। परंतु सोमवार को पिपरिया में आयोजित की गई तिरंगा यात्रा से सांसद ने दूरी बनाए रखी। भाजपा सूत्रों का कहना है की सांसद राव उदय प्रताप सिंह का सिवनी मालवा विधान सभा में पहले से ही जाने का कार्यक्रम था इसके चलते ही वह पिपरिया में नहीं आ सके वही पिपरिया में तिरंगा यात्रा की तैयारी को लेकर जो फेलेक्स लगाए गए थे उसमें सांसद की बड़ी-बड़ी फोटो अलग ही इशारा कर रही है। यात्रा में शामिल कई भाजपा कार्यकर्ताओं के अनुसार सांसद चाहते तो पिपरिया का कार्यक्रम आगे-पीछे आयोजित किया जा सकता था। पंरतु ऐसा नहीं हो सका कार्यकर्ताओं को लग रहा है की सांसद रहते तो कार्यकर्ताओं और जनता का उत्साह और कई गुना बढ़ता। सांसद के नहीं आने के कारण पिपरिया की तिरंगा यात्रा बनखेड़ी-सोहागपुर से छोटी रही। स्थानीय भाजपा सूत्रों की माने तो विधायक और नगर पालिका अध्यक्ष के बीच चल रही गुटबाजी के चलते भी सांसद उदय प्रताप ने पिपरिया की तिरंगा यात्रा से अपनी दूरी बनाए रखने में ही भलाई समझी है। सांसद राव उदय प्रताप सिंह को नजदीक से जानने वालों की माने तो राव साहब आने वाले विधानसभा चुनाव में सिवनी मालवा से विधायक का चुनाव लड़ने का मन बना चुके है। इसके चलते ही वह सिवनी मालवा पर ज्यादा फोकस कर रहे है। गौरतलब है की भाजपा के 75 साल रिटायरमेंट प्लान के तहत सिवनी मालवा सीट से बाबू सरताज सिंह की विदाई लगभग तय मानी जा रही है। जिस पर पार्टी को किसी उर्जावान युवा की तलाश भी है। इस सीट पर सांसद राव का सामाजिक दबदबा भी किसी से छुपा नहीं है।
पिपरिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देष पर भाजपा सांसद अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्र में तिरंगा यात्रा निकाल रहे है। परंतु सोमवार को पिपरिया में आयोजित की गई तिरंगा यात्रा से सांसद ने दूरी बनाए रखी। भाजपा सूत्रों का कहना है की सांसद राव उदय प्रताप सिंह का सिवनी मालवा विधान सभा में पहले से ही जाने का कार्यक्रम था इसके चलते ही वह पिपरिया में नहीं आ सके वही पिपरिया में तिरंगा यात्रा की तैयारी को लेकर जो फेलेक्स लगाए गए थे उसमें सांसद की बड़ी-बड़ी फोटो अलग ही इशारा कर रही है। यात्रा में शामिल कई भाजपा कार्यकर्ताओं के अनुसार सांसद चाहते तो पिपरिया का कार्यक्रम आगे-पीछे आयोजित किया जा सकता था। पंरतु ऐसा नहीं हो सका कार्यकर्ताओं को लग रहा है की सांसद रहते तो कार्यकर्ताओं और जनता का उत्साह और कई गुना बढ़ता। सांसद के नहीं आने के कारण पिपरिया की तिरंगा यात्रा बनखेड़ी-सोहागपुर से छोटी रही। स्थानीय भाजपा सूत्रों की माने तो विधायक और नगर पालिका अध्यक्ष के बीच चल रही गुटबाजी के चलते भी सांसद उदय प्रताप ने पिपरिया की तिरंगा यात्रा से अपनी दूरी बनाए रखने में ही भलाई समझी है। सांसद राव उदय प्रताप सिंह को नजदीक से जानने वालों की माने तो राव साहब आने वाले विधानसभा चुनाव में सिवनी मालवा से विधायक का चुनाव लड़ने का मन बना चुके है। इसके चलते ही वह सिवनी मालवा पर ज्यादा फोकस कर रहे है। गौरतलब है की भाजपा के 75 साल रिटायरमेंट प्लान के तहत सिवनी मालवा सीट से बाबू सरताज सिंह की विदाई लगभग तय मानी जा रही है। जिस पर पार्टी को किसी उर्जावान युवा की तलाश भी है। इस सीट पर सांसद राव का सामाजिक दबदबा भी किसी से छुपा नहीं है।
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