श्रीराम कांग्रेस की मजबूरी या इस दौर के लिए जरूरी! राजवर्धन बल्दुआ की कलम से


भोपाल-:पिछले एक सप्ताह से देश भर में जय श्रीराम का नारा एक बार फिर बुलंद हैं।इस बार न तो देश में कोई आम चुनाव हैं न ही बार्डर पर तनाव हैं।मौका हैं 500 साल से अयोध्या जी से बेदखल चल रहे मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के अटल भवन के भूमिपूजन का,जिसको सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद केंद्र की मोदी सरकार और UP की योगी सरकार ने अपनी प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया था।5 अगस्त 2020 को अयोध्या जी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम लला के भव्य महल की आधार शिला रखी तो पूरा देश भगवे के रंग में रंग गया।UP की सरकार और श्रीराम लला तीर्थ ने अयोध्या जी को किसी दुल्हन की तरह सजाया हैं। तो वही देश भर के मंदिरों और सनातन हिंदुओ ने 4-5 अगस्त को विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमो के साथ ही हर घर भगवा और दीपक जलाने का आयोजन किया था।देश भर के इस हिंदुत्व के शंखनाद के बीच पहले तो कांग्रेस नेता कई तरह का विरोध कर रहे थे।कोई कह रहा था कि देवता सो रहे हैं।यह मंदिर निर्माण का शुभ महूर्त नहीं हैं तो किसी दिग्गज कांग्रेसी ने प्रधानमंत्री मोदी को पद और गोपनीयता की शपथ के मायने समझाए तो वही दिन प्रतिदिन देश भर में मंदिर भूमिपूजन को लेकर उमड़ रहे जोश और कांग्रेस के विरोध पर उपज रहे जान मानस के आक्रोश को भांपते हुए कुछ कांग्रेसियों ने सोशल मीडिया पर पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के राम मंदिर के ताले खोलने के योगदान का बखान करना शुरू कर दिया।कुछ कांग्रेसी कहने लगे की मंदिर का भूमिपूजन राजीव गांधी कर चुके हैं।फिर दोबारा क्यों किया जा रहा हैं।इसी बीच देश-प्रदेश का राम मय माहौल देख कर देश के दिग्गज कांग्रेस नेता एवं म.प्र के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ समझ गए की इस दौर में श्रीराम से पंगा लेना मतलब उपचुनाव में पार्टी का फट्टा साफ कराने जैसा रहेगा सो कमलनाथ ने कहा कि राम मंदिर भूमिपूजन के एक दिन पहले वह स्वयं और सभी कांग्रेस कार्यकर्ता घर पर हनुमान चालीस का पाठ करेंगे।बस फिर क्या था अपने प्रदेश अद्यक्ष का आदेश आते ही सोशल मीडिया पर कमलनाथ को राम का अटूट भक्त करार देने का सिलसिला शुरू हो गया।उनके चेले-चपाटे छिंदवाड़ा में कमलनाथ द्वारा बनवाई गई विशाल हनुमान प्रतिमा का बखान गाने लगे।4 अगस्त को कमलनाथ ने अपने सरकारी आवास पर राम जी और हनुमान जी की भव्य पूजन का आयोजन किया तो वही प्रदेश के सभी कांग्रेस नेताओं ने भी हनुमान चालीसा पाठ के फोटो सोशल मीडिया पर डाले।इससे एक कदम आगे बढ़ते हुए 5 अगस्त को जब प्रधामनमंत्री अयोध्या जी में भूमिपूजन कर रहे थे तो कमलनाथ भोपाल के प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में कार्यकर्ताओं के साथ दीपक जलाते हुए आतिशबाजी और बैंड पर संगीत मय राम धुन का आनंद ले रहे थे।पहली बार प्रदेश कांग्रेस के इस 'इंदिरा भवन" पर राजा राम चन्द्र जी का भव्य पोस्टर लगाया गया तो वही म.प्र की राजनीति में कांग्रेस को काफी करीब से जानने वाले कहने लगे की श्रीराम उपचुनाव में कांग्रेस की मजबूरी भी हैं और इस दौर के लिए जरूरी भी हैं।

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