भाजपा की अंतर्कलह का परिणाम है सरपंच संघ चुनाव!


 पिपरिया।इलाक़े में इन दिनो सरपंच संघ के चुनाव ख़ासे चर्चा में बने हुए है।सरपंच संघ चुनाव में दो गुट सक्रिय है।एक गुट कई महीने पहले सरपंच संघ में सविता प्रतीम पुर्विया को अपना अध्यक्ष मान चुका है तो वही दूसरी ओर हाल ही में एक दूसरे गुट ने चंद सरपंचो के साथ बैठक कर खापरखेड़ा के पूर्व कांग्रेस नेता व युवा सुलभ गोदनी को सरपंच संघ का अध्यक्ष घोषित कर दिया था।इसी के जवाब में सविता प्रीतम पुर्विया गुट ने बड़ी होटल में दर्जनो सरपंचों के साथ बैठक कर यह जता दिया की पनारी सरपंच सविता ही पिपरिया जनपद की सरपंच संघ अध्यक्ष रहेंगी।इस पूरे मामले में जंहा भारतीय जनता पार्टी की गुटबाज़ी सामने आ रही है तो वही सूत्रों की माने तो सरपंच संघ अध्यक्ष चुनाव में दूसरे गुट सुलभ गोदानी को भाजपा ज़िला अध्यक्ष माधव अग्रवाल का पूरा समर्थन बताया जा रहा है।इसके चलते ही जब सुलभ गोदनी की चयन बैठक हुई तो माधव समर्थित माने जाने वाले एवं वरिष्ठ भाजपा नेता सुलभ गोदनी के साथ खड़े दिखे।जिसमें प्रमुख रूप से पुरुषोत्तम रघुवंशी,दिलीप सिंगारे सहित कई भाजपा नेता शामिल थे।वही पनारी सरपंच सविता भाजपा के युवा नेता प्रीतम पुर्विया की पत्नी है।प्रीतम वही भाजपा नेता है जिनके दस्तख़त भी भाजपा ज़िला अध्यक्ष के ख़िलाफ़ लिखे गए एक पत्र में थे।इस तथाकथित पत्र में भाजपा ज़िला अध्यक्ष माधव अग्रवाल की तानाशाही के ख़िलाफ़ भाजपा के राष्ट्रीय एवं प्रादेशिक जिम्मेदारो को पत्र लिख कर कार्यकर्ताओं के साथ हो रहे बेरहम बर्ताव की शिकायत की गई थी।जिसमें भाजपा के ग्रामीण मंडल अध्यक्ष राजा पटेल व खूबचंद रघुवंशी,युवा मोर्चा ज़िला महामंत्री गुलाब बैंकर सहित दर्जनो कार्यकर्ताओं के भी हस्ताक्षर थे।हालाँकि बाद में भारी दबाव के चलते यह सभी भाजपा नेता अपने लिखे पत्र से पलट गए थे।परंतु सरपंच संघ अध्यक्ष सविता पुर्विया के समर्थन में भाजपा ग्रामीण मंडल अध्यक्ष राजा भैया पटेल,खूबचंद रघुवंशी, युवा मोर्चा ज़िला महामंत्री गुलाब बैंकर सहित वही नेता है।जिन्होंने भाजपा ज़िला अध्यक्ष माधव के ख़िलाफ़ लिखे पत्र में दस्तख़त किए थे।यही कारण है की भाजपा ज़िला अध्यक्ष अब पूरा ज़ोर लगा रहे है की प्रीतम पुर्विया की पत्नी सरपंच संघ की अध्यक्ष नहीं बने भले ही इस पद पर कांग्रेस के पूर्व नेता सुलभ गोदानी को बैठाना पड़े।

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