प्रवासी भारतीय और समृद्ध शक्तिशाली भारत का निर्माण

 

शिवराज सिंह चौहान


“और वह क्या तुम सुनते नहीं, विधाता का मंगल वरदान ... शक्तिशाली हो, विजयी बनो, विश्व में गूंज रहा जय गान”



जयशंकर प्रसाद जी की इस रचना और कल्पना के अनुरूप विश्व में गुंजायमान भारतीय प्रवासी जन 17वें प्रवासी भारतीय दिवस के अवसर पर देश के स्वच्छतम शहर इंदौर पधारे हैं। प्रवासी भारतीय दिवस के आयोजन की मेजबानी मध्यप्रदेश को मिलना गौरव और सौभाग्य की बात है। 'अतिथि देवो भवः' की संस्कृति के अनुरूप पूरा मप्र अतिथियों के स्वागत के लिए पलक पावड़े बिछाए तैयार है। 66 देशों से पधारे लगभग 3 हजार से अधिक अतिथियों का सान्निध्य पाकर प्रदेश में उमंग और उत्साह का माहौल है। स्थानीय लोगों ने 'पधारो म्हारे घर' के आत्मिक भाव के साथ अपने घरों में अतिथियों के निवास और मेहमाननवाजी की व्यवस्था की है। यह हमारे लिए आत्मीय आनंद का क्षण है कि इस आयोजन में राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी इंदौर पधार रहे हैं।


प्रवासी भारतीय दिवस का मुख्य उद्देश्य प्रवासी भारतीय समुदाय की क्षमता, विशेषता और उपलब्धियों को दुनिया के सामने लाना है। यह आयोजन विश्वभर के भारतीयों के लिए एक साथ जुड़ने का अवसर है। इससे जहां दुनियाभर में निवासरत प्रवासी भारतीयों का बड़ा नेटवर्क बनाने में मदद मिली, वहीं भारतीय अर्थव्यवस्था को भी गति प्राप्त हुई है। भारत के विकास में दुनियाभर के भारतीयों का योगदान अविस्मरणीय है। प्रवासी भारतीयों को भारत से जोड़ने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की प्रमुख भूमिका है। प्रवासी भारतीयों का भारत की ओर बढ़ता हुआ आकर्षण प्रधानमंत्री जी की वैश्विक लोकप्रियता एवं निरंतर शक्तिशाली होते भारत का प्रमाण है।प्रवासी भारतीयों का जो प्रेम देश और मध्यप्रदेश की माटी के लिए है वह अद्भुत है।मुझे संतोष है कि अपनी धरती को जब-जब जरूरत पड़ी है प्रवासी भारतीयों ने दोनों बाँहें फैलाकर मदद की है। कोरोना के कठिन समय में प्रवासी भारतीय मित्र ऑक्सीजन,भोजन तथा दवा की व्यवस्था में सहभागी रहे हैं। यही नहीं, रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध के दौरान वहां अध्ययनरत भारतीय छात्रों को सकुशल भारत वापस लाने में प्रवासी भारतीयों की सक्रिय भूमिका रही है।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में वैभवशाली, गौरवशाली, संपन्न, समृद्ध और शक्तिशाली भारत का निर्माण हो रहा है।आज भारत विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।मुझे पूर्ण विश्वास है कि भारत दुनिया का नंबर वन देश बनने में सफलता प्राप्त करेगा।भारत के विकास और समृद्धि में मध्यप्रदेश अपना योगदान देने के लिए संकल्पित है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में देश को मिली जी-20 की अध्यक्षता में हम दुनिया को वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर की ओर ले जाने की दिशा में अग्रसर हैं। प्रधानमंत्री जी के आह्वान 'मेक इन इंडिया' के तहत देश में अनगिनत उत्पादों का निर्माण हो रहा है। मध्यप्रदेश में भी स्टार्टअप को आगे बढ़ाने की दिशा में हुए कार्यों के सुखद परिणाम सामने आने लगे हैं।


मध्यप्रदेश औद्योगिक विकास की ओर निरंतर अग्रसर है।यहां खनिज संपदा, जन संपदा, जल संपदा और वन संपदा परिपूर्ण है।एक लाख 22 हजार एकड़ का लैंड बैंक, पर्याप्त पानी,बिजली, रोड नेटवर्क, दक्ष मानव संसाधन और शांतिपूर्ण वातावरण उपलब्ध है।मध्यप्रदेश टाइगर और लेपर्ड स्टेट के साथ अब चीता स्टेट भी बन गया है। उज्जैन का श्री महाकाल लोक विश्व का ध्यान आकर्षित कर रहा है।


मप्र में जितनी विशिष्टता है, उतना ही वैविध्य भी है। हमारी जिम्मेदारी है। कि हम प्रदेश की सर्वश्रेष्ठ परंपराओं को दुनिया के सामने लाएं। मुझे पूरा विश्वास है कि इस आयोजन में दुनियाभर से आए अतिथि मप्र की अद्भुत विविधता,विशिष्ट परंपरा और सांस्कृतिक समृद्धि की अनुभूति की स्मृतियां अपने साथ लेकर जाएंगे।


मैं प्रवासी भारतीय दिवस के अवसर पर पधारे अतिथियों का मध्यप्रदेश की साढ़े आठ करोड़ जनता की ओर से हृदय से स्वागत करता -(लेखक मप्र के मुख्यमंत्री हैं)

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