श्रीजी कम्पनी मुनीम पर आत्म हत्या के लिए दुशप्रेरित का मामला दर्ज


पिपरिया। 22 नवंबर को रामविलास कॉलोनी निवासी भवानी प्रसाद पिता मंगललाल प्रजापति उम्र 46 वर्ष के द्वारा जहरीला पदार्थ खा लेने से मृत्यु हो गई थी।पोस्ट मार्टम करने वाले डॉक्टर के द्वारा मृतक की मृत्यु जहरीला पदार्थ खा लेने से कार्डियो रेस्पिरेट्री फेलयोर बताया गया है।इस पर मंगलवारा थाने में मर्ग कायम कर जांच में लिया गया था।मर्ग जांच में मृतक पक्ष एवं अन्य गवाहों के कथन में बताया गया की भवानी प्रसाद उर्फ बुद्धा जो लोहिया वार्ड पिपरिया का रहने वाला था।वर्तमान में रामविलास कॉलोनी में रहता था।हम्मालो का मुकद्दाम होकर पिपरिया के तथा बाहर के मजदूर बुलाकर उनकी टोलियां बनाकर मंडी वेयरहाउस तथा मिलो मैं काम के लिए उपलब्ध कराता था।जिसे एक टोली के मजदूर द्वारा 1 दिन में किए गए काम के बराबर का हिस्सा मिलता था।लेकिन श्रीजी कंपनी के मुनीम मनोज पटेल निवासी जमाडा का बुद्धा द्वारा बुलाए गए मजदूरों को अन्य काम का लालच देकर तोड लिया गया था।जिससे बुद्धा को नुकसान हो रहा था।कई दिन से बुद्धा काफी परेशान था।दिनांक 22.11.2022 को बुद्धा ने मुनीम मनोज पटेल को फोन लगाकर तथा मजदूर अपने पास बुलाने से हो रहे नुकसान की बात कही थी।तब मनोज ने उसे भला बुरा कहा इसी बात से परेशान व दुखी होकर बुद्धा उर्फ भवानी प्रजापति के द्वारा सुदर्शन बेयर हाउस मंडी टोला जाकर जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली थी।मामले में श्रीजी कंपनी के मुनीम मनोज पटेल के द्वारा बुद्धा उर्फ भवानी प्रसाद प्रजापति को परेशान कर आत्महत्या के लिए दुशप्रेरित करना पाया गया।मनोज पटेल के विरुद्ध धारा 306 आईपीसी का प्रकरण में अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया गया है।

-मज़दूरो ने किया था थाने का घेराव-

बुद्धा की मौत के बाद कृषि उपज मंडी के ग़ुस्साए मज़दूर-हम्माल संघ ने थाने में शव रख कर थाने का घेराव कर दिया था।इस दौरान मज़दूरों ने आरोप लगाए थे की मंडी में बड़े बड़े व्यापारी उनको मुनिम-मुक़द्दम से धमका कर परेशान किया करते है।मज़दूरों ने मंडी में अपना शोषण होने की बात भी कही थी।वही सोशल मीडिया पर यह प्रश्न भी उठाए गए की क्या किसी कम्पनी या बड़े व्यापारी का मुनीम खुद की दम पर मज़दूरों को परेशान कर सकता है।फ़िलहाल पुलिस जाँच जारी है।

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