गरीब की पन्नी प्रदूषण फैलाती है,धनन्ना सेठों की मिल अमृत बरसाती है!


 पिपरिया।इलाक़े में स्थित धनन्ना सेठों की मिलें अमृत बरसा रही है।जबकि गरीब की पन्नी प्रदूषण फैला रही है।तभी हर विभाग हाथ-ठेलो पर सब्ज़ी-फल बेचने वालों के पीछे पड़े हुए है।परंतु मिल मालिको को राहत पर राहत दिए जा रहे है।शोभापुर के पास स्थित जय कान्हा राईस मिल मालिक तो नदी के मुहाने पर बड़ी फ़ैक्ट्री लगा कर इस फ़ैक्ट्री से निकलने वाले अपशिष्ट पदार्थों को भी इसी नदी में बहा रहे है।स्टेट हाइवे किनारे लगी इस मिल से निकलने वाले ज़हरीले कचरे पर कोई भी जिम्मेदार अपनी नज़रें नहीं डालना चाहते है।मिल मालिको की दबंगई का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है की इनके मिल से निकलने वाली राखड़ को नदी से कुछ मीटर दूर ही स्टाक किया गया है।बारिश के मौसम में यह राख नदी में ही बहा दी जाती है।जबकि पर्यावरण नियमानुसार नदी के कुछ मीटर दूर ऐसी फ़ैक्ट्री नहीं लगाई जानी चाहिए जो नदी को नुक़सान पहुँचाए।परंतु यंहा धनन्ना सेठों के लिए सभी नियमों को ताक पर रख दिया गया है।इस मिल से होने वाले प्रदूषण के ख़िलाफ़ आसपास के गाँव वालों ने कई आंदोलन कर मिल को बंद करने की माँग भी उठाई थी।परंतु इस माँग को दबा दिया गया है।

नोट-पिपरिया पीपुल्स ने यह वीडियो 16 अगस्त को रिकोर्ड किया है।

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