रैकवार बाबू हत्या या आत्म हत्याः-आम जनता की माँग पुलिस जाँच तक हटाया जाए प्रिंसिपल एवं साथियों को!


पिपरियाः-कालेज में पूर्व में पदस्थ प्रयोगशाला प्रभारी राजेश रैकवार ने प्रिंसिपल राजीव माहेश्वरी एवं चौकड़ी की प्रताड़ना से तंग आ कर पिछले दिनो आत्म हत्या कर ली।इसके पहले रैकवार ने 15 पेज के सुसाइड नोट में प्रिंसिपल एवं उनके इर्द-गिर्द घूमने वालों पर कई तरह के संगीन आरोप लगाए है।जिसमें कालेज में चल रहे गंभीर अनैतिक कार्यों का उल्लेख भी किया है।इस मामले में जाँच कर रही GRP पिपरिया ने रैकवार के बेटे एवं पत्नी के बयान दर्ज किए है।जिसमें पत्नी-पुत्र ने भी रैकवार बाबू की मौत का ज़िम्मेदार कालेज प्रिंसिपल राजीव माहेश्वरी एवं चौकड़ी को ठहराया है।रैकवार बाबू द्वारा लिखित सुसाइड नोट इन दिनो सोशल मीडिया पर जम कर वायरल हो रहा है।इस नोट पर जनता भी आम बहस में शामिल हो रही है।आम जनता का कहना है की रैकवार बाबू ने ऐसा कदम क्यों उठाया इसकी जाँच चल रही है।तब तक कालेज प्रिंसिपल एवं इनके साथियों को PG कालेज से हटाना चाहिए।इन लोगों का तबादला किया जाए।जिससे की पुलिस जाँच ठीक ढंग से निष्पक्ष हो सके।इस मुद्दे पर एक मात्र कांग्रेस नेता धर्मेंद्र नागवंशी ने भी सोशल मीडिया पर इस कांड में शामिल कालेज प्रिंसिपल एवं अन्य लोगों को पिपरिया से हटाने की माँग की है।वही आम आदमी पार्टी नेता हर्षित शर्मा ने उच्च शिक्षा मंत्री से ट्वीट के माध्यम से इस पूरे प्रकरण में जाँच की माँग की है।कालेज के पूर्व छात्रों की माने तो शिक्षा के मंदिर को किसी आपराधिक अड्डे की तरह बना दिया है।पूर्व छात्रों का कहना है कि इस पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जाँच हो जिससे कालेज की साख पर धब्बा न लगे।

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