रैकवार बाबू आत्म हत्या या हत्या कांड:-सुसाईड़ नोट में निम्न स्तर के भ्रष्टाचार का भी आरोप!

 


पिपरियाः-PG कालेज के प्राचार्य राजीव माहेश्वरी एवं उनके आसपास काम करने वाली चौकड़ी की प्रताड़ना का उल्लेख करते हुए पूर्व प्रयोगशाला प्रभारी ने ट्रेन के सामने कूद कर आत्म हत्या कर ली।रैकवार के परिजन इसे आत्म हत्या नहीं बल्कि एक सोची समझी हत्या करार दे रहे है तो वही मौत के कुछ दिन पहले रैकवार ने पत्रकारों एवं उच्च शिक्षा विभाग को सुसाइड नोट लिख कर कालेज में चल रही अनैतिक गतिविधियों की जानकारी दी थी।15 पेज के सुसाइड नोट के आख़िरी में PG कालेज प्रिंसिपल राजीव माहेश्वरी एवं उनकी चौकड़ी के नाम साफ़ साफ़ लिखते हुए इन्हें ही अपनी मौत का ज़िम्मेदार ठहराया गया है।इसी पत्र में कालेज में चल रहे निम्न स्तर के भ्रष्टाचार का ज़िक्र किया गया है।इसमें बताया गया है की कैसे कालेज में चल रहे निर्माण कार्य की लागत में ही प्रिंसिपल ने अपने घर में भी काम करवाया है।जिसका बिल कालेज के नाम पर निकाला गया है।वही सत्ताधारी दल के ख़ासम ख़ास एक नेता का नाम लिखते हुए बताया गया है की इन्होंने कालेज में होने वाले कई निर्माण कार्यों में खुद ही 3-4 कोटेशन भर कर लाखों के काम लिए है।कोटेशन भले ही अलग अलग फ़र्म के नाम पर हो परंतु इन सभी कोटेशन में भरे गए कालम में इसी भाजपा नेता की राइटिंग है।रैकवार बाबू ने इन कोटेशन को हेड राइटिंग एक्सपर्ट से जाँचने की माँग रखी है।जिसमें दूध का दूध और पानी का पानी सभी के सामने आ सके।सुसाइड नोट में टीन शेड एवं पेवर ब्लाक लगाने के नाम पर भी भारी भ्रष्टाचार होने का उल्लेख किया गया है।

-:सरस्वती मंदिर के टाइल प्रिंसिपल के घर में लगेः-

रैकवार बाबू ने मरने के पहले जो सुसाइड नोट लिखा है उसमें दावा किया गया है की कालेज परिसर में स्थित सरस्वती मंदिर में जो टाइल लगे है।उन्ही टाइल को कालेज प्रिंसिपल माहेश्वरी के घर पर भी लगाया गया है।जिसका बिल कालेज से निकाला गया है।रैकवार ने ऐसे कई निम्न स्तरीय भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है जिसे पढ़ कर आम जनता काफ़ी आश्चर्यचकित है।जनता का कहना है की ज्ञान के मंदिर में जब भ्रष्टाचार का यह हाल है तो अन्य जगह क्या होता होगा।हम सोचते है की हम अपने बच्चे को यंहा उम्दा शिक्षा लेने के लिए भेज रहे है परंतु अब PG कालेज का माहौल बहुत ही दूषित कर दिया गया है।इस माहौल को दूषित करने में प्रिंसिपल सहित इस चौकड़ी का बड़ा हाथ है।जिससे जनता काफ़ी निराश है।जागरूक जनता ने जनप्रतिनिधियो से माँग करते हुए कालेज में फैली गंदगी को साफ़ करने की अपील करती दिखती है।

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